अधूरे निर्माण कार्यो पर अधिकारी सख्त
संवाद सूत्र कर्णप्रयाग बदरीनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव कर्णप्रयाग में मिशन क्लीन गंगा के तहत नमा
संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: बदरीनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव कर्णप्रयाग में मिशन क्लीन गंगा के तहत नमामि गंगे के तहत बन रहे पांच नालों को टैप कर सीवेज निस्तारण कार्य तय समय सीमा में न किए जाने पर उत्तराखंड पेयजल निगम की निर्माण एवं अनुरक्षण ईकाई अधिकारियों ने सख्त रूख अख्तियार कर जेबीएम कंपनी ठेकेदार पर 50 लाख रुपये की पैनल्टी के साथ ब्लैक लिस्ट श्रेणी में डालने की चेतावनी दी है।
नगर पालिका क्षेत्र कर्णप्रयाग के विभिन्न वार्डो में बीते वर्ष फरवरी माह में अलकनंदा व पिंडर नदियों की गंदगी को रोकने के लिए पांच गंदे नालों को चिन्हित कर कर्णशिला, मुख्य बाजार, बदरीनाथ हाईवे, सुभाषनगर व संगम पर मिनी सीवर प्लांट लगाए जाने की जिम्मेदारी जेबीएम कंपनी ठेकेदार को सौंपी थी। पांच करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाले गंदे नालों को टैप कर प्लांट से जोड़ने के लिए दिसंबर 2018 की समयावधि दी गई थी, लेकिन चार माह से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी कार्यदायी संस्था के ठेकेदार ने जब मात्र तीन सीवेज प्लांट पर कार्य पूर्ण किया है ऐसे में निर्माण एवं अनुरक्षण ईकाई के अधिकारियों ने कंपनी के साथ अनुबंध की सीमा इस वर्ष मई माह तक बढ़ा दी है। अधिकारियों की मानें तो कर्णप्रयाग में अलकनंदा व पिंडर संगम पर एक सीवेज प्लांट पर कार्य शुरू प्रारंभ नहीं हो सका है। चैंबर निर्माण व 900 मीटर पाइप लाईन बिछाई जा चुकी है जबकि शेष 300 मीटर पाइप लाइन कार्य अवशेष है। कार्य अनुबंध समय पर पूरा न किए जाने की दशा में 50 लाख रुपये का जुर्माना संबधित एजेंसी ठेकेदार से वसूला जाएगा। साथ ही कार्य में लेटलतीफी पर ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट श्रेणी में डाल दिया जाएगा।
दीपक वत्स, अवर अभियंता उत्तराखंड पेयजल निगम चमोली