दोहरे मापदंडों के बीच फंसी होसी गांव की पेयजल लाइन
संवाद सहयोगी गोपेश्वर भारत-चीन सीमा से लगी जोशीमठ तहसील के होसी गांव में आज तक पेयजल लाइन
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: भारत-चीन सीमा से लगी जोशीमठ तहसील के होसी गांव में आज तक पेयजल लाइन नहीं पहुंच पाई है। दरअसल, होसी गांव के कुछ परिवार मेरग ग्राम पंचायत तो कुछ नगर पालिका परिषद जोशीमठ के अंतर्गत आते हैं। लेकिन, इसे विडंबना ही कहेंगे कि न ही पालिका और न ही ग्राम पंचायत पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहा है, जिससे ग्रामीणों में रोष है। ग्रामीण 400 मीटर दूर गौर सिंह नाले से पीठ पर पानी लादकर ग्रामीण लंबे समय से अपनी प्यास बुझा रहे हैं।
दरअसल, होसी गांव नगर पालिका परिषद जोशीमठ व ग्राम पंचायत मेरग के बीच फंसकर रह गया है। गांव में मेरग ग्राम पंचायत के तहत सात परिवार और नगर पालिका परिषद जोशीमठ के तहत तीन परिवार निवास करते हैं। मेरग गांव में हर घर नल, हर घर जल के अलावा कई अन्य योजनाओं से पानी पहुंच रहा है। नगर पालिका क्षेत्र में भी पीने के पानी की कमी नहीं है। मगर ग्राम पंचायत व नगर पालिका के बीच बसे होसी गांव की परेशानी यह है कि आज तक गांव के लिए किसी पेयजल योजना का निर्माण नहीं हुआ। होसी गांव निवासी मुकेश सिंह नेगी कहते हैं कि उनके गांव में आज तक पेयजल योजना का निर्माण हुआ ही नहीं। बताया कि मेरग के कई घरों में दो-दो कनेक्शन हैं। मगर उनके गांव में बूंद बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। मवेशियों के लिए भी नाले से पानी ढोना पड़ता है। उन्होंने बताया कि इस गांव में पेयजल लाइन निर्माण के नाम पर दो बार विभाग की ओर से सर्वेक्षण किया जा चुका है। मगर आज तक पेयजल लाइन निर्माण के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई। मामले में जल निगम के अधिशासी अभियंता वीके जैन ने बताया कि पेयजल विहीन गांवों का सर्वेक्षण किया गया है। हर घर नल, हर घर जल योजना में प्राथमिकता के आधार पर ऐसे गांवों में पेयजल लाइन का निर्माण कराया जा रहा है।