खेल मैदान की भूमि को लेकर कोई विवाद नहीं
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: टीएचडीसी की बिष्णुगाड पीपलकोटी जलविद्युत परियोजना की ओर से हेलंग में निर्माणाधीन खेल मैदान को लेकर कोई विवाद नहीं है। हेलंग में स्थानीय निवासियों की बैठक में स्पष्ट किया कि कुछ परिवारों ने खेल मैदान की भूमि पर अतिक्रमण किया है और वही लोग इसमें बाधा डाल रहे हैं। उन्होंने सीआइएसएफ और पुलिस की ओर से महिलाओं से घास छीनने की वायरल वीडियो को भी गलत बताया।
जोशीमठ के प्रभारी तहसीलदार रवि शाह के नेतृत्व में 15 जुलाई को पुलिस टीम हेलंग के प्रस्तावित खेल मैदान स्थल पर गई थी। बताया कि यहां पर टीएचडीसी खेल मैदान का निर्माण सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के तहत कर रही है। इस भूमि पर गोंदाबरी देवी, लीला देवी, मदोधरी देवी आदि महिलाएं खेल मैदान का विरोध कर कई दिनों से आंदोलनरत थी। तर्क था कि यहां उनका चारापत्ती का क्षेत्र है। प्रशासन के अनुसार महिलाओं को इस भूमि के सरकारी होने तथा भूमि पर टीएचडीसी की ओर से खेल मैदान बनाए जाने की बात भी बताई गई, लेकिन महिलाएं मानने को तैयार नहीं थी। खुद जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने स्पष्ट किया कि वायरल वीडियो में घास छीनने की बात कही जा रही है, जबकि ऐसी कोई बात नहीं है। ग्रामीणों की मांग पर ही जनहित में खेल मैदान का निर्माण होना है।
दूसरी ओर ग्रामीणों ने भी हेलंग में सोमवार को ग्राम प्रधान आनंद शैलानी की अध्यक्षता में बैठक की, जिसमें साफ किया गया कि जिस भूमि पर खेल मैदान प्रस्तावित है, वह भूमि ग्राम सभा, वन पंचायत और ग्रामीणों की आम सहमति से प्रस्तावित की गई है। कुछ व्यक्तियों ने अतिक्रमण किया था, जिसे प्रशासन ने हटाया है। पुलिस प्रशासन व टीएचडीसी किसी भी ग्रामीण को चारापत्ती लेने से नहीं रोक रही है। इस अवसर पर महिला मंगलदल अध्यक्ष गीता देवी, वन पंचायत सरपंच प्रदीप सिंह भंडारी, गुड्डू लाल, कस्तूरा देवी, गीता देवी, रुकमणी देवी, बबीता देवी सहित कई लोग मौजूद थे। दूसरी ओर घास के साथ मौजूद महिला मदोधरी देवी व ज्योति देवी का आरोप है कि जिस स्थान पर खेल मैदान बनाया जा रहा है, वह हमारा चारापत्ती का क्षेत्र है। टीएचडीसी जंगल को नष्ट कर रही है, जिसका विरोध करने पर पुलिस की ओर से कार्रवाई की गई।