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उत्तराखंड की नीती घाटी में भी बाबा बर्फानी देते हैं भक्तों को दर्शन

जम्मू कश्मीर के अमरनाथ की तरह ही उत्तराखंड की नीती घाटी में भी बाबा बर्फानी भक्तों को दर्शन देते हैं। प्रत्येक वर्ष फरवरी माह से अप्रैल माह तक नीती के निकट एक गुफा में बाबा बफार्नी प्रकट होते हैं। यहां पर अमरनाथ से बड़ा बर्फ का शिवलिंग उभरता है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 29 Jun 2021 06:05 AM (IST)Updated: Tue, 29 Jun 2021 04:24 PM (IST)
उत्तराखंड की नीती घाटी में भी बाबा बर्फानी देते हैं भक्तों को दर्शन
उत्तराखंड की नीती घाटी में भी बाबा बर्फानी देते हैं भक्तों को दर्शन।

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर। जम्मू कश्मीर के अमरनाथ की तरह ही उत्तराखंड की नीती घाटी में भी बाबा बर्फानी भक्तों को दर्शन देते हैं। प्रत्येक वर्ष फरवरी माह से अप्रैल माह तक नीती के निकट एक गुफा में बाबा बफार्नी प्रकट होते हैं। यहां पर अमरनाथ से बड़ा बर्फ का शिवलिंग उभरता है। इसके अलावा सात से अधिक छोटे शिवलिंग भी बड़े शिवलिंग के इर्द गिर्द उभरते हैं। हालांकि, यहां पर गुफा के अंदर पौराणिक शिवलिंग भी है। जिसके दर्शन भक्त सालभर कर सकते हैं।

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टिम्मरसैंण महादेव भगवान शिव की एक गुफा है। जो उत्तराखंड के चमोली जिले के नीती गांव से दो किमी की दूरी पर स्थित है। यह गुफा जम्मू-कश्मीर के अमरनाथ मंदिर की तरह प्राकृतिक रूप से प्रसिद्ध है। क्योंकि यहां बर्फ का एक प्राकृतिक शिवलिंग हर साल उभरता है। इस स्थान को दिन प्रतिदिन लोकप्रियता मिल रही है। सर्दियों के मौसम में चमोली की टिम्मरसैंण महादेव की इस आध्यात्मिक गुफा में एक बड़ा प्राकृतिक शिवलिंग बनता है।

नीती गांव भारत-चीन-तिब्बत सीमा पर बर्फ से ढकी गढ़वाल हिमालय की गोद में बसा है। इस स्थान पर जाने के लिए विशेष अनुमति की आवश्यकता होती है। शिवलिंग जम्मू की अमरनाथ गुफा के शिवलिंग से बड़ा दिखता है। चमोली गढ़वाल के नीती क्षेत्र में महादेव गुफा एक बहुत ही पवित्र स्थान है। यहां स्थानीय निवासी भगवान शिव के दर्शन करने आते हैं।

वैसे तो स्थानीय निवासी प्रत्येक वर्ष यहां की यात्रा करते हैं। वर्ष 2019 में बसंत पंचमी को 10 फरवरी के लिए आधिकारिक रूप से टिम्मरसैंण महादेव की यात्रा निर्धारित की गई थी, लेकिन भारी बर्फबारी के चलते पहले इसे मार्च के पहले सप्ताह तक खिसकाया गया और बाद में स्थगित कर दिया गया। 2020 में भी सड़क से हिमखंड न हटने के कारण यहां की यात्रा नहीं हो पाई। इस वर्ष 29 अप्रैल से यात्रा शुरू कराई गई। परंतु कोरोना महामारी के कारण अधिक यात्री यहां नहीं पहुंच पाए। टिम्मरसैंण पहुंचने के लिए सेना की अनुमति लेनी पड़ती है।

कैसे पहुंचें

  • हवाई अड्डा: निकटतम हवाई अड्डा जालीग्रांट हवाई अड्डा है। यहां से टिम्मरसैंण बाबा बर्फानी चमोली गढ़वाल की दूरी लगभग 354 किलोमीटर है। यहा से आसानी से टैक्सी अथवा कार से जा सकते हैं।
  • रेलवे स्‍टेशन: निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश रेलवे स्टेशन है। यहां से टिम्मरसैंण बाबा बर्फानी चमोली गढ़वाल की दूरी लगभग 332 किलोमीटर है। यहां से आसानी से टैक्सी अथवा बस से जा सकते हैं।
  • सड़क मार्ग। टिम्मरसैंण महादेव गुफा उत्तराखंड में चमोली जिले के अंतिम सीमा गांव में स्थित है। जो जोशीमठ से लगभग 82 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह उत्तराखंड की सड़कों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ शहर है। जोशीमठ में बुकिंग के लिए कैब या वाहन उपलब्ध है।

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