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सिमली का दूध देहरादून, दून का जोशीमठ

कालिका प्रसाद, कर्णप्रयाग जनपद चमोली स्थित सिमली दुग्ध संघ में पांच माह पूर्व मिनी कॉम्पेक्ट मश्

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 11:06 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 11:06 PM (IST)
सिमली का दूध देहरादून, दून का जोशीमठ
सिमली का दूध देहरादून, दून का जोशीमठ

कालिका प्रसाद, कर्णप्रयाग

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जनपद चमोली स्थित सिमली दुग्ध संघ में पांच माह पूर्व मिनी कॉम्पेक्ट मशीन स्थापित होने के बावजूद दुग्ध संघ कुप्रबंधन के चलते फिर से घाटे की ओर अग्रसर है। इससे बीते दो माह से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पाया है। स्थिति यह है कि दुग्ध उपार्जन बढ़ने के बाद भी बाजार तक विपणन व्यवस्था नहीं होने से एकत्र दूध को देहरादून दुग्ध संघ भेजा जा रहा है, इससे अपेक्षाकृत अधिक धनराशि व्यय होने से दुग्ध संघ को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

दुग्ध संघ के आंकड़ों पर गौर करें तो वर्तमान में गठित 200 से अधिक समितियों में से महज 70 समितियों के माध्यम से 30 से 32 रुपये प्रति लीटर की दर से 1600 लीटर दूध का उपार्जन किया जा रहा है। इसमें से 1200 लीटर दूध कर्णप्रयाग, चमोली, जोशीमठ व गैरसैंण के बाजारों तक उपभोक्ताओं को 40 रुपये लीटर की दर से बेचा जा रहा है, जबकि प्रतिदिन 400 लीटर दूध बचने पर देहरादून दुग्ध संघ पहुंचाया जा रहा है। इससे हफ्तेभर में 10 हजार रुपये से अधिक अतिरिक्त धनराशि दुग्ध संघ को निजी वाहन में किराया देकर व्यय करनी पड़ रही है।

हैरत की बात यह है कि वर्तमान में जोशीमठ आर्मी एरिया को देहरादून दुग्ध संघ से दूध की सप्लाई हो रही है। अधिकारियों की मानें तो सिमली में स्थापित दुग्घ संघ की प्रयोगशाला में दूध टेस्टिंग की सुविधा नहीं होने से दूध की आपूर्ति देहरादून से हो रही है और अगले वर्ष तक यहां स्थापित लैब की अपग्रेडिंग कर आधुनिक मशीनों को लगाने के बाद चमोली दुग्ध संघ जोशीमठ आर्मी एरिया को दूध की सप्लाई शुरू कर देगा। जिससे घाटे में चल रहे सिमली दुग्ध संघ की स्थिति में सुधार होगा।

उपार्जित दूध का विपणन करने के लिए फील्ड में कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन गंभीरता से कार्य नहीं होने से दूध की मांग कम हुई है, जबकि दूध की गुणवत्ता मानकानुरूप है।

नरेश कुनियाल, प्रबंधक दुग्ध संघ सिमली

विभिन्न समितियों से दूध का उपार्जन बढ़ने व दुग्ध संघ सिमली में नई मशीनों के लग जाने से भविष्य में इसका लाभ क्षेत्रीय काश्तकारों को मिलेगा।

आरएस चौहान, सहायक निदेशक दुग्ध विकास, चमोली

सेना के मापदंड में सिमली में स्थापित प्रयोगशाला के खरा नहीं उतरने से वर्तमान में देहरादून दुग्ध संघ से जोशीमठ आर्मी एरिया को दूध की आपूर्ति की जा रही है, प्रयास किए जा रहे हैं कि अगले वर्ष तक माइक्रो बायोलॉेजिकल टेस्टिंग लैब सिमली में स्थापित कर दी जाएगी।

जयदीप अरोड़ा, संयुक्त निदेशक डेयरी विकास, देहरादून


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