हेमकुंड में बिछी है बर्फ की पांच फीट मोटी चादर
गुरुवार को गुरुद्वारा प्रबंधक के नेतृत्व में पहला जत्था हेमकुंड पहुंचा। वहां अभी बर्फ की पांच फीट मोटी चादर बिछी हुई है।
गोपेश्वर, चमोली [जेएनएन]: हिमालय में स्थित पांचवें धाम हेमकुंड साहिब में भी यात्रा की तैयारियां शुरू हो गई हैं। स्थिति का जायजा लेने के लिए गुरुवार को गुरुद्वारा प्रबंधक के नेतृत्व में पहला जत्था हेमकुंड पहुंचा। वहां अभी बर्फ की पांच फीट मोटी चादर बिछी हुई है। हालांकि, शीतकाल में हुई बर्फबारी से हेमकुंड में कोई नुकसान नहीं हुआ। सेना के जवान 25 अप्रैल से पैदल मार्ग बनाने और हेमकुंड से बर्फ हटाने का कार्य शुरू करेंगे।
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रबंधक सेवा सिंह के नेतृत्व में दो सेवादारों ने हेमकुंड साहिब जाकर वहां बर्फबारी से हुए नुकसान का जायजा लिया। गुरुद्वारा प्रबंधक ने बताया कि हेमकुंड से तीन किमी नीचे अटलाकोटी ग्लेशियर में दस फीट से अधिक बर्फ है। जबकि, अटलाकोटी से आगे हेमकुंड यात्रा पैदल मार्ग पर दो से लेकर पांच फीट तक बर्फ जमी है। इस बार हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को सुबह नौ बजे खोले जाएंगे।
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