श्रद्धालुओं ने बैशाखी पर संगम में लगाई आस्था की डुबकी
बैशाखी के पर्व पर श्रद्धालुओं ने गंगा- यमुना और स्थानीय संगम पर आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। इस दौरान कई जगह मेलों का आयोजन किया गया।
जागरण टीम, गढ़वाल: बैशाखी के पर्व पर श्रद्धालुओं ने गंगा- यमुना और स्थानीय संगम पर आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। इस दौरान कई जगह मेलों का आयोजन किया गया। मेलों में कोविड-19 के चलते कम संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ रही।
चमोली जिले के कर्णप्रयाग में स्थित अलकनंदा व पिडर नदी के संगम, नंदप्रयाग में स्थित अलकनंदा व नंदाकिनी के संगम व विष्णुप्रयाग में भी श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। नारायणबगड़ के पंती के देदांण थल व कुलसारी में बैशाखी पर सूक्ष्म रूप से पारंपरिक मेलों का आयोजन हुआ। नारायणबगड़ के ही मींग, माल , कोब, खैनोली,असेड, कुलसारी व थराली में बैशाखी मेले का आयोजन किया गया।
रुद्रप्रयाग में सिलगढ़ क्षेत्र के जैली, कंडाली, मरगांव, सिरसोलिया और पन्द्रोला से मां इंद्रासणी, बंदरतोली से मां मठियाणा देवी, भरदार क्षेत्र के सुमाड़ी-सेमा से पीठासणी, हरियाली-नौली से राज राजेश्वरी देवी, सिलगांव से क्षेत्रपाल सहित सभी देवी-देवताओं ने सूर्यप्रयाग में स्नान किया। देव डोलियों, देवी-देवताओं के प्रतीकों के गंगा में डुबकी लगाई। कालीमठ के पुजारी आचार्य जयप्रकाश गौड़ ने बताया कि कारोना के कारण सीमित संख्या में भक्त आ रहे हैं।
बड़कोट में बैशाखी पर्व के अवसर पर जौनपुर ब्लॉक के इड्वालस्यु पट्टी के इष्ट नाग देवता की उत्सव डोली यमुनोत्री धाम पहुंची। जहां पर श्रद्धालुओं ने उत्सव डोली के साथ यमुना जल में डुबकी लगाकर स्नान कर वैदिक मंत्रोचारण के साथ पूजा अर्चना की और शीतकालीन यमुना मंदिर खरसाली में मां यमुना के दर्शन के साथ समेश्वर देवता के कपाट उद्घाटन में नाग देवता की उत्सव डोली ने शिरकत की। इस मौके पर पुजारी सुमन सेमवाल, सुनील सेमवाल, रणवीर सिंह, पपू सिंह, लोकेंद्र दत्त, गंभीर सिंह, सुमन बधाणी, जयवीर, विक्रम सिंह, राजवीर रावत,सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।
श्रीनगर गढ़वाल: देवलगढ़ का ऐतिहासिक बिखोत मेला बुधवार को संपन्न हुआ। सिद्धपीठ राजराजेश्वरी मंदिर में मुख्य पुजारी पंडित कुंजिका प्रसाद उनियाल ने हवन और पूजा की की। मेले में पंडित मनीष कपरवाण, पंडित मुकेश भट्ट, पंडित संजय बहुगुणा, पंडित देवेंद्र डंगवाल के साथ ही देवेंद्र पुंडीर, गणेश पोखरियाल, मयंक और अखिलेश थपलियाल ने परंपरानुसार मां गौरा देवी भगवती का झूला झुलाया।
देव डोलियां पहुंची नचिकेता ताल
उत्तरकाशी : टिहरी और उत्तरकाशी जनपद की सीमा पर पड़ने वाले नचिकेता ताल में बैशाखी का मेला हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
चौरंगीखाल से चार किलोमीटर के घने बांज-बुरांश के जंगलों के बीच नचिकेता ताल मंदिर समिति के तत्वावधान में बुधवार को बैशाखी मेले में ग्रामीण अपने देव डोलियों के साथ पहुंचे। उत्तरकाशी के धनारी, बरसाली, बाड़ागड्डी, गाजणा पट्टी व टिहरी की रमोली, उपली रमोली क्षेत्र के ग्रामीण इस मेले में शिरकत की। मेला समिति के अध्यक्ष अंकित पंवार ने कहा कि सरकार को यहां पीने के पानी व गेस्ट हाउस व मंदिर का निर्माण करना चाहिए।
भाजपा नेता नेता लोकेन्द्र सिंह बिष्ट ने कहा कि चौरंगीखाल से नचिकेता ताल तक चार किलोमीटर ट्रैक को बेहतर बनाने व रेलिग लगाने की जरूरत है। नचिकेता मेले में हरि महाराज की देव डोली, नागराजा के देव डोली, चौरंगी नाथ की डोली, चंदनी नाग व दर्जनों देव ढ़ोल शामिल हुए। मेले में मोहन सिंह गांववासी, महंत अजय पुरी, कैलाश नेगी, गजेंद्र बिष्ट, जयप्रकाश भट्ट आदि ने शिरकत की।
फोटो-यूटीके- 10
फोटो - 14 एस.आर.आई.-1
फोटो 14एनडब्ल्यूटीपी 1