Chamoli Glacier Burst: मलारी घाटी में तीन और शव मिले, मृतकों की संख्या पहुंची 15; लापता की तलाश जारी
Chamoli Glacier Burst उत्तराखंड के चमोली जिले की मलारी घाटी में भारत-चीन सीमा के निकट सुमना में राहत और बचाव कार्य जारी है। आज सेना ने तीन शव और बरामद किए हैं। अब तक 15 शव बरामद किए जा चुके हैं जबकि तीन अब भी लापता हैं।
संवाद सहयोगी, देहरादून। Chamoli Glacier Burst संवाद सूत्र, जोशीमठ। भारत-चीन तिब्बत सीमा पर स्थित सुमना-टू में हुए हिमस्खलन में सेना की रेस्क्यू टीम ने तीन और शवों को बरामद किया है। इस घटना में अभी तक 15 शव बरामद किए जा चुके हैं। सीमा सड़क संगठन ने बीआरओ कैंप सुमना में मौजूद अधिकारी, कर्मचारी, मजदूरों का जो आंकड़ा दिया है उसके अनुसार अब तीन और व्यक्ति लापता हैं। शवों को वायुसेना के हेलीकाप्टरों की मदद से जोशीमठ पहुंचाया गया, जहां उनका पोस्टमार्टम कर शव बीआरओ को सौंप दिए गए हैं। लापता व्यक्तियों की तलाश में सेना द्वारा लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है।
गौरतलब है कि सुमना टू में बीते दिनों भारी हिमस्खलन से सीमा सड़क संगठन के दो कैंप ध्वस्त हो गए थे। सीमा सड़क संगठन के अनुसार यहां पर कुल 402 व्यक्ति मौजूद थे। इनमें से 384 को सुरक्षित निकाला जा चुका है। सेना द्वारा हिमस्खलन स्थल पर लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है। संभावित स्थलों पर बर्फ को हटाकर लापता व्यक्तियों की तलाश की जा रही है।
सोमवार को सेना की रेस्क्यू टीम को बर्फ के नीचे तीन और शव मिले हैं। तीनों शवों को वायुसेना के हेलीकाप्टर से जोशीमठ लाया गया। जहां पोस्टमार्टम के बाद शव बीआरओ को सौंप दिए गए हैं। अभी तक इस हादसे में कुल 15 शव बरामद हुए हैं। बीआरओ ने जो आंकड़ा दिया है उसके अनुसार तीन और व्यक्ति लापता हैं। जिनकी तलाश लगातार की जा रही है।
इधर, सीमा सड़क संगठन की टीम ने भी घटना स्थल पर पहुंचकर राहत, बचाव में अपनी भागीदारी निभाई। बीआरओ के कमांडर मनीष कपिल के नेतृत्व में बीआरओ की टीम सुमना पहुंची है। सीमा सड़क संगठन द्वारा मलारी से आगे नीती मलारी हाईवे पर बर्फ को हटाने का कार्य भी युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। इस हाईवे पर कई स्थानों पर भारी बर्फ जमी हुई है। मौसम साफ होने के बाद बर्फ हटाने के काम में तेजी आई है।
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