जनजातीय क्षेत्र के उत्पादों की ब्रांडिग की जाएगी
भारतीय जनजातीय वाणिज्य विपणन संघ (ट्राइफेड) जनजातीय समुदाय के उत्पादों को बढ़ावा देने व उनकी आजीविका संवर्धन के लिए एक समग्र डिजिटल अभियान शुरू किया है। इसके तहत गांवों में रहने वाले जनजातीय उत्पादकों तथा कारीगरों को अंतरराष्ट्रीय मानक के ई-मंच के जरिये राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बाजार से जोड़ा जाएगा।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर : भारतीय जनजातीय वाणिज्य विपणन संघ (ट्राइफेड) जनजातीय समुदाय के उत्पादों को बढ़ावा देने व उनकी आजीविका संवर्धन के लिए एक समग्र डिजिटल अभियान शुरू किया है। इसके तहत गांवों में रहने वाले जनजातीय उत्पादकों तथा कारीगरों को अंतरराष्ट्रीय मानक के ई-मंच के जरिये राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बाजार से जोड़ा जाएगा। ट्राइफेड ने उत्पादों के विपणन के लिए पूरे देश में चयनित जिलों में जनपद चमोली भी शामिल है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने कलक्ट्रेट सभागार में आजीविका से जुड़े सभी विभागों की बैठक लेते हुए जनपद के स्थानीय उत्पादों की अच्छी पैकेजिग, लेबलिग तथा उत्पादों को ट्राइफेड के जरिये ई-मार्केट से जोड़ने के लिए तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने बताया कि ट्राइफेड ने जनजातीय उत्पादों के विपणन के लिए चमोली, अल्मोडा और उत्तरकाशी जिलों का ही चयन किया है।
ट्राइफेट को पहले चरण में जनपद के स्थानीय उत्पादों में शॉल, पंखी, मफलर, कोट, दालें, पहाड़ी चावल, मंडुवा के बिस्कुट, चौलाई , भंगजीरा, वन तुलसी, जम्बू फरण, जूस इत्यादि सामग्री को अच्छी पैकेजिग व लेवलिग के साथ उपलब्ध कराया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, एसडीएम अनिल चन्याल, जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक डॉ. एमएस सजवाण, एपीडी सुमन बिष्ट, मुख्य कृषि अधिकारी राम कुमार दोहरे, मुख्य उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह, आइएलएसपी के प्रबंधक प्रतीम भट्ट आदि उपस्थित थे।
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कैप्श- गोपेश्वर कलक्ट्रेट में ट्राइफेड की कार्ययोजना का अवलोकन करती जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया । जागरण