सहानुभूति व बेहतर प्रबंधन बना जीत का कारण
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: थराली विधानसभा सीट पर भाजपा की जीत का कारण सहानुभूति लहर के साथ-साथ बेहतर चु
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: थराली विधानसभा सीट पर भाजपा की जीत का कारण सहानुभूति लहर के साथ-साथ बेहतर चुनाव प्रबंधन भी रहा। मुख्यमंत्री स्वयं चुनाव अभियान पर नजर रख रहे थे तो खुद भी जनता के बीच जाकर उन्होंने वोट मांगे। पार्टी के बड़े नेताओं, मंत्रियों, विधायकों को जिम्मेदारी दिए जाने से भाजपा के मजबूत चुनाव प्रबंधन को कांग्रेस नहीं भेद पाई।
पांच विकासखंडों से मिलकर बनी थराली विधानसभा सीट में भले ही भाजपा प्रत्याशी व जिला पंचायत अध्यक्ष मुन्नी देवी अपने ही गृह क्षेत्र नारायणबगड़ से पीछे रहीं लेकिन उन्हें जीत दिलाने में घाट व देवाल विकासखंड के साथ दशोली विकासखंड के सरतोली, ठेली, मेड़ क्षेत्र के मतदाताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भाजपा ने चुनाव की घोषणा के बाद ही इस सीट पर चुनाव प्रबंधन को लेकर कांग्रेस की घेराबंदी शुरू कर दी थी। प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री धन ¨सह, भाजपा संगठन व आरएसएस पृष्ठभूमि के बदरीनाथ के विधायक महेंद्र भट्ट सहित कई वरिष्ठ नेता, मंत्री, विधायक थराली विधानसभा में डेरा डाले हुए थे। मुख्यमंत्री ने स्वयं एक दर्जन से अधिक जनसभा व रोड शो कर थराली उपचुनाव को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ा था। मुख्यमंत्री की लगातार मॉनीट¨रग, संगठन की मेहनत व नेताओं का बेहतर तालमेल ही रहा कि थराली सीट पर भाजपा का परचम लहराया। इस सीट पर वैसे भी भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी। विधायक मगन लाल की बीमारी के कारण मृत्यु के बाद सीट रिक्त होने पर भाजपा को इस सीट पर उपचुनाव के बहाने कांग्रेस ने घेरने की कोशिश की। भाजपा प्रत्याशी की शिक्षा को लेकर तक राजनीतिक हमले किए गए। भाजपा के रणनीतिकारों ने पार्टी प्रत्याशी के वक्तृत्व कला में कांग्रेस के प्रत्याशी के मुकाबले कम होने के बावजूद लोगों की सहानुभूति लेने का प्रयास किया। भाजपा प्रत्याशी मुन्नी देवी ने भ्रमण व जनसभाओं के दौरान जगह-जगह पार्टी की इस रणनीति के तहत मतदाताओं से जनादेश मांगा भी।