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बदरीनाथ धाम को बनाएंगे आध्यात्मिक टॉउन

बदरीनाथ धाम को आध्यात्मिक टाउन के रूप में विकसित किया जाएगा। पर्यटन धर्मस्व एवं संस्कृति सचिव दिलीप जावलकर ने बद्रीनाथ मास्टर प्लान को लेकर कलक्ट्रेट सभागार में जिलास्तरीय अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 04:23 PM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 04:23 PM (IST)
बदरीनाथ धाम को बनाएंगे आध्यात्मिक टॉउन
बदरीनाथ धाम को बनाएंगे आध्यात्मिक टॉउन

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: बदरीनाथ धाम को आध्यात्मिक टाउन के रूप में विकसित किया जाएगा। पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति सचिव दिलीप जावलकर ने बद्रीनाथ मास्टर प्लान को लेकर कलक्ट्रेट सभागार में जिलास्तरीय अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया।

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बदरीनाथ मास्टर प्लान की जानकारी देते हुए पर्यटन सचिव ने विभिन्न विभागों से बदरीनाथ में प्रस्तावित एवं निर्माणाधीन कार्यो पर भी चर्चा की। कहा कि मास्टर प्लान को ध्यान में रखते हुए ही बदरीनाथ में आगे के निर्माण कार्य किए जाएं।

पर्यटन सचिव ने कहा कि मास्टर प्लान को क्रियान्वित करने में जिला प्रशासन की अहम भूमिका रहेगी। उन्होंने प्रस्तावित मास्टर प्लान को लेकर बदरीनाथ में डिटेल सर्वे करने, सर्वे के आधार पर भूमि अधिग्रहण के प्रस्ताव तैयार करने तथा प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए लैंडबैंक तैयार करने को कहा। कहा कि बदरीनाथ मंदिर पहले की तरह देवदर्शनी एवं पूरे बदरीनाथ टाउन में हर छोर से दिखाई दे, इस पर विशेष फोकस रखा जाए। कहा कि बदरीनाथ धाम में तालाबों के सौंदर्यीकरण, स्ट्रीट स्कैपिग, क्यू मैनेजमेंट, मंदिर एवं घाट का सौंदर्यीकरण, बदरीश वन, पाíकंग फेसलिटी, सड़क एवं रिवर फ्रंट डेवलपमेंट आदि निर्माण कार्य मास्टर प्लान के तहत चरणबद्ध ढंग से प्रस्तावित किए गए हैं। यात्री सुविधाओं के लिए पहले चरण में शेष नेत्र, बदरीश झील एवं मंदिर के आसपास के क्षेत्र में कार्य किया जाएगा। दूसरे चरण में मुख्य मंदिर, नदी तटों, घाटों एवं आसपास के स्थलों को सुसज्जित व विस्तारीकरण किया जाएगा। तत्पश्चात अंतिम चरण में शेष नेत्र से बदरीनाथ मंदिर तक आस्था पथ निर्माण का कार्य होगा। अगले वर्ष मार्च से निर्माण कार्य शुरू होंगे।

बताया कि उत्तराखंड, नगर नियोजन विभाग ने पहले ही बदरीनाथ धाम के विकास के लिए मास्टर प्लान-2025 तैयार किया है। इस प्लान के कंपोनेंट और धाम में वर्तमान चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए लगभग 85 हेक्टेयर क्षेत्रफल में सुविधाओं को विकसित करने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है, जिससे इस पूरे हिल टाउन में सुव्यवस्थित ढंग से ट्रैफिक मैनेजमेंट हो सके और तीर्थ यात्रियों को यहां पर धार्मिक और आध्यात्म की अनुभूति मिल सके। उन्होंने कहा कि यहां के हक हकूकधारियों, तीर्थ पुरोहितों, व्यापारियों एवं स्थानीय निवासियों के हितों, उनके रोजगार एवं आजीविका को ध्यान में रखते हुए यहां पर मास्टर प्लान के तहत विकास कार्य किए जाएंगे। पर्यटन सचिव ने कहा कि हर साल लगभग 12 लाख श्रद्धालु बदरीनाथ पहुंच रहे है। वर्तमान में रेलवे और ऑलवेदर रोड का कार्य पूरा होने पर यहां हर वर्ष 30 लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुंचेंगे। तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए बदरीनाथ टाउन में ट्रैफिक मैनेजमेंट एवं यात्री सुविधाओं को जुटाना आवश्यक है।


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