कन्या धन के लिए विभाग के चक्कर काट रहे पात्र
संवाद सहयोगी गोपेश्वर बाल विकास विभाग की ओर से दी जाने वाली नंदा गौरा देवी कन्या धन योजना के
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: बाल विकास विभाग की ओर से दी जाने वाली नंदा गौरा देवी कन्या धन योजना के दस्तावेजों को एकत्रित करने में पात्रों के पसीने छूट रहे हैं। पात्रों ने आरोप लगाया है कि 2016-17 में उन्होंने संपूर्ण दस्तावेज विभाग में जमा कराए थे। लेकिन, अब उनसे दोबारा दस्तावेजों की मांग की जा रही है, जो सरासर गलत है। इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी को शिकायती पत्र देकर समस्या के समाधान की मांग की गई।
दशोली विकासखंड के दोगड़ी कांडई के क्षेत्र पंचायत सदस्य अमित कुमार के नेतृत्व में पात्रों ने मुख्य विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। बताया कि वर्ष 2016-17 में क्षेत्र के वीरेंद्र सिंह, धीरेंद्र सिंह, पुष्कर सिंह, राजेंद्र सिंह, अंकित पंवार, सुलोचना देवी, हरीश लाल सहित अन्य पात्रों ने अपने पाल्यों को योजना का लाभ दिलाने के लिए आवेदन किया था। तब विभाग की ओर से मांगे गए सभी दस्तावेज भी जमा कराए गए थे। बताया कि अधिकतर बेटियों की शादी हो चुकी है और वे दूसरे क्षेत्र, गांवों में रहती है। अब विभाग की ओर से दोबारा सभी दस्तावेजों की मांग की जा रही है। उन्होंने बताया कि दस्तावेजों को एकत्रित करने में लंबा समय लग सकता है। जबकि, विभाग को जो दस्तावेज पहले दिए गए थे, उन्हें भी वापस नहीं किया जा रहा है। कहा कि योजना का लाभ पाने के लिए वह कई बार विभाग के चक्कर काट चुके हैं, लेकिन विभागीय स्तर से कार्रवाई नहीं की जा रही है। ग्रामीणों ने तत्काल समस्या के समाधान की मांग की है। इस संबंध में जिला बाल विकास अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि पहले समाज कल्याण विभाग के माध्यम से नंदा देवी कन्य धन योजना का संचालन होता था। अब इसका नाम बदलकर नंदा गौरा देवी कन्या धन योजना हो गया है। इस योजना में कुछ अन्य दस्तावेज अतिरिक्त मांगे गए हैं। पात्रों से अतिरिक्त दस्तावेजों की ही मांग की जा रही है। सभी दस्तावेज जमा होने के बाद ही पात्रों को इस योजना का लाभ मिल पाएगा।