जनविरोध के बीच प्रशासन ने तोड़ा काली मंदिर
प्रशासन ने रैंणी में सड़क के किनारे बने काली माता मंदिर को भारी जनविरोध के बीच तोड़ दिया।
संवाद सूत्र, जोशीमठ: प्रशासन ने रैंणी में सड़क के किनारे बने काली माता मंदिर को भारी जनविरोध के बीच तोड़ दिया। प्रशासन का दावा है कि यह मंदिर ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट की हाईटेंशन लाइन के पोल के नीचे बनाया गया था।
तहसीलदार चंद्रशेखर वशिष्ठ के नेतृत्व में भारी पुलिस फोर्स ने रैंणी गांव में मौके पर पहुंचकर जेसीबी से काली माता मंदिर को तोड़ना शुरू किया तो ग्रामीणों ने विरोध किया। इस दौरान नारेबाजी भी हुई। लेकिन पुलिस फोर्स ने ग्रामीणों को रोके रखा। इस दौरान जेसीबी से मंदिर को तोड़ दिया गया। उप जिलाधिकारी जोशीमठ अनिल कुमार चन्याल का कहना है कि रैंणी का काली मंदिर ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट की हाईटेंशन लाइन के पोल के नीचे बनाया गया था। टिन से बनाया गया यह मंदिर सुरक्षा की दृष्टि से सुरक्षित नहीं था। लिहाजा विधिसम्मत कार्रवाई की गई। दूसरी ओर ग्रामीणों ने मंदिर को तोड़े जाने का कड़ा विरोध किया और संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए पुन: मंदिर बनाने की मांग की है। इस अवसर पर संग्राम सिंह, शंकर सिंह राणा, लक्ष्मण सिंह बुटोला सहित कई लोग शामिल थे।