50 से अधिक यात्रियों ने वाहनों में गुजारी रात
भूस्खलन से मार्ग बंद होने के कारण 50 से अधिक यात्रियों को वाहनों में ही रात गुजारनी पड़ी।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर (चमोली): भूस्खलन से मार्ग बंद होने के कारण 50 से अधिक यात्रियों को वाहनों में ही रात गुजारनी पड़ी। सुबह पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और मार्ग खुलवाने के बाद इन सबको वापस कर्णप्रयाग वापस भेजा गया।
शुक्रवार सुबह चमोली जिले में कर्णप्रयाग-ग्वालदम मार्ग पर कर्णप्रयाग से 19 किलोमीटर दूर आमसौड़ नामक स्थान पर मलबा आने से सड़क बंद हो गई। इससे कर्णप्रयाग की ओर से जा रहे 15 वाहन फंस गए। रुक-रुक कर हो रहे भूस्खलन और बारिश के बीच जब शाम तक मार्ग नहीं खुला तो यात्रियों ने लौटने का फैसला किया, लेकिन इस स्थान से पांच किलोमीटर दूर भी मलबा आने से रास्ता बंद हो गया। इस इलाके में न तो बाजार है और न ही संचार नेटवर्क। ऐसे में यात्री सूचना भी नहीं दे पाए। शनिवार सुबह किसी ने प्रशासन को इसकी सूचना दी। इसके बाद एडीएम हेमंत वर्मा के नेतृत्व में एक टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद मलबा हटाकर यात्रियों को कर्णप्रयाग पहुंचाया गया। एडीएम ने बताया कि आमसौड़ में बाधित हाईवे को खोलने के प्रयास जारी हैं।
दूसरा मामला भी इसी क्षेत्र का है। शुक्रवार रात को नारायणबगड़ से कर्णप्रयाग के बीच भी 27 यात्री फंस गए। चमोली के पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान को इस बारे में सूचना मिली तो उन्होंने रात में पुलिस टीम भेजी। टीम सभी यात्रियों को लेकर पैदल ही छह किमी दूर नारायणबगड़ पहुंची। इन यात्रियों के ठहरने और भोजन का इंतजाम नारायणबगड़ के स्थानीय होटल में किया गया। चौहान ने बताया कि यात्रियों में दो महिलाएं, चार छोटे बच्चे भी थे।