307 पर्यटक कर चुके फूलों की घाटी का दीदार
समुद्रतल से 12995 फीट की ऊंचाई पर चमोली जिले में स्थित विश्व धरोहर फूलों की घाटी पर्यटकों से गुलजार होने लगी है।
संवाद सूत्र, जोशीमठ (चमोली): समुद्रतल से 12995 फीट की ऊंचाई पर चमोली जिले में स्थित विश्व धरोहर फूलों की घाटी पर्यटकों से गुलजार होने लगी है। कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए अभी तक 307 पर्यटक घाटी का दीदार कर चुके हैं। इस समय घाटी में सौ से अधिक प्रजाति के रंग-बिरंगे फूल खिले हुए हैं, जिससे घाटी की आभा देखते ही बन रही है। घाटी में पर्यटकों की आवाजाही से स्थानीय पर्यटन व्यवसायियों को रोजगार मिल रहा है।
87.5 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैली घाटी में रंग-बिरंगे फूल, झर-झर झरते झरने, कल-कल बहती पुष्पावती नदी, मखमली बुग्याल (घास के मैदान), बर्फीली पहाड़ियां और यहां-वहां खड़े बड़े-बड़े हिमखंड पर्यटकों को सम्मोहित कर रहे हैं। प्रकृति के इस अद्भुत नजारे को देख पर्यटक फूले नहीं समा रहे। घाटी के दीदार को पहुंचे छत्तीसगढ़ के पर्यटक गोपालदास कहते हैं, 'यहां प्रकृति ने अद्भुत सुंदरता बिखेरी है। इसे देखकर लौटने का मन ही नहीं कर रहा। मैंने प्रकृति का इतना मनोहारी रूप पहली बार देखा है।'
बुंदेलखंड (उत्तर प्रदेश) की पर्यटक सुप्रिया पाठक कहती हैं, 'घाटी के बारे में जितना सुना है, उससे कई गुणा खूबसूरती है यहां। ऐसा लगता है, जैसे कुदरत ने यहां दुनिया के सभी फूलों का बागीचा बना दिया है।' हरियाणा के पर्यटक आनंद प्रकाश कहते हैं, 'जब मैं घर से चला था, बरसात में हाइवे बंद होने का अंदेशा था। लेकिन, खुशकिस्मती से ऐसा कुछ नहीं हुआ।' उधर, वन क्षेत्राधिकारी फूलों की घाटी बृजमोहन भारती कहते हैं कि धीरे-धीरे घाटी में पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है। एक जुलाई से अब तक 307 पर्यटक घाटी का दीदार कर चुके हैं। बताया कि पर्यटकों से अब तक 44700 रुपये की आय हुई है।