बागेश्वर में नंदा-सुनंदा की पूजा अर्चना को उमड़ी श्रद्धा
बागेश्वर नगर में नंदा-सुंनदा महोत्सव की धूम मची है। महिलाओं ने मां नंदा-सुनंदा तू दैणि है जाया.. सुफल है जाया नंदा हो.. आदि भजनों से देर रात तक समां बांधी।
जासं, बागेश्वर : नगर में नंदा-सुंनदा महोत्सव की धूम मची है। महिलाओं ने मां नंदा-सुनंदा तू दैणि है जाया.. सुफल है जाया नंदा हो.. आदि भजनों से देर रात तक समां बांधी। मां नंदा-सुनंदा की पूजा-अर्चना करने को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।
कोरोना के चलते इस वर्ष नंदा-सुनंदा महोत्सव को सादगी के साथ मनाया जा रहा है। नुमाइशखेत के रामलीला मंच में मूíतयों की स्थापना की गई है। रामलीला कमेटी और नंदा महोत्सव समिति के सदस्य शारीरिक दूरी और मास्क आदि के साथ कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं। बुधवार की रात महिलाओं ने भजन-कीर्तनों से बागनाथ नगरी को सराबोर कर दिया। 17 सितंबर को रामलीला मंच से सरयू नदी तक नंदा-सुनंदा का डोला भ्रमण होगा। ब्रह्मकपाली शिला के समीप मूíतयों का विसर्जन कर मां को विदाई दी जाएगी। इस मौके पर नवीन साह, भुवन जोशी, अनिल साह, विनोद वर्मा, मुरली, मनोज पांडेय, कौशल उपाध्याय, कंचन साह, हरीश बिष्ट आदि मौजूद थे।
गणेश भगवान की स्तुति के साथ मूíतयों का विसर्जन
बिलौनासेरा में आयोजित गणेश महोत्सव का मूíत विसर्जन के साथ रंगारंग समापन हो गया है। गुरुवार को ढोल-नगाड़ों, तूतरी, मंजीरे की थाप पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। भक्तों ने गणेश भगवान को लड्डू का भोग लगाया और अगले साल के लिए उन्हें पुन: आमंत्रित किया। बीती बुधवार की शाम भजन-कीर्तन, चांचरी आदि का आयोजन किया गया। गणेश महोत्सव समिति के उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह घनौला ने बताया कि कोरोना को देखते हुए इस वर्ष महोत्सव सादगी के साथ मनाया गया। दर्शन को आने वाले भक्तों से भी कोविड गाइडलाइन का पालन किया गया है। उन्होंने कहा कि महोत्सव के समापन के बाद प्रसाद आदि वितरित किया गया।