ग्रामीणों का कलक्ट्रेट में प्रदर्शन
बागेश्वर में उड़खुली के ग्रामीणों ने सड़क की मांग को लेकर सोमवार को कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : उड़खुली के ग्रामीणों ने सड़क की मांग को लेकर सोमवार को कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि जूनियर हाईस्कूल महेधार से तल्ला उड़खुली तक मोटर मार्ग नहीं बन सका है। जिससे लोगों को 21वीं शताब्दी में भी कई किमी पैदल चलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा यदि शीघ्र सड़क नहीं बनी तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
ग्राम प्रधान राजन राम के नेतृत्व में ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि सड़क नहीं बनने से ग्रामीणों को यातायात की सुविधा नहीं मिल सकी है। गांव में बीमार व बुजुर्गों को सड़क तक डोली पर लाना पड़ रहा है। गर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाने में दिक्कत हो रही है। उन्होंने कहा सड़क नहीं बनने से गांव में उत्पादित फल, अनाज और सब्जियों को भी बाजार नहीं मिल पा रहा है।
उड़खुली गांव पूरे पांच किमी की परिधि में फैला हुआ है। लोग खेतीबाड़ी कर आजीविका चला रहे हैं। अनुसूचित जाति बाहुल्य गांव होने के कारण सुविधाओं के नाम पर उन्हें झूनझूना थमा दिया गया है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि भी गांव के लिए कुछ बेहतर नहीं कर सके हैं। विधायक और सांसद पांच वर्ष में एकबार गांव आते हैं। वोट मांगने के बाद पीठ फेर देते हैं। उन्होंने सड़क को तत्काल स्वीकृत प्रदान करने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। इस दौरान लीला देवी, भुवन चंद्र, पुष्पा देवी, कमला देवी सरस्वती देवी, मोहन, सोहन, प्रेम, कुंदन आदि मौजूद थे।
उधर रंगथरा-मजगांव-चौनाला मोटर मार्ग का निर्माण पूरा करने की मांग तेज हो गई है। सोमवार को ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा यदि सड़क को अधूरा छोड़ा गया तो वह उग्र आंदोलन करेंगे। ग्राम प्रधान मजगांव हीरा सिंह रावत के नेतृत्व में ग्रामीण सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने कहा रंगथरा-मजगांव-चौनाला मोटर मार्ग का निर्माण अधूरा छोड़ दिया गया है जबकि रंगथरा तोक और मजगांव तक डेढ़ किमी सड़क पूरी हो चुकी है। आधा किमी सड़क अभी भी नहीं कट सकी है। जिससे लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा गत 25 मार्च को क्षेत्र के नौ ग्राम प्रधानों और दो क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने सड़क निर्माण को लेकर ज्ञापन दिया। उसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा सड़क नहीं बनने से क्षेत्र के लोगों में आक्रोश है। यदि सड़क का निर्माण शीघ्र शुरू नहीं हुआ तो वह 19 अप्रैल से धरना-प्रदर्शन, अनशन आदि में बैठ जाएंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। इस मौके पर सुंदर सिंह, मुन्नी देवी, अनीता देवी, नीमा देवी, खुशाल सिंह, भगवत प्रसाद आदि मौजूद थे।