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सब्जी के दामों ने बिगाड़ा रसोई का बजट

सब्जी और फलों के दामों ने रसोई का बजट खराब कर दिया है। जिस कारण लोग परेशान होने लगे हैं। पहले दाल व चावल ने बजट पर सेंध लगाई और अब सब्जियां भी महंगी हो गई है। लोगों ने प्रशासन ने सब्जियों और फलों के दामों को नियंत्रित करने की मांग की है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Oct 2021 04:53 PM (IST)Updated: Mon, 18 Oct 2021 04:53 PM (IST)
सब्जी के दामों ने बिगाड़ा रसोई का बजट
सब्जी के दामों ने बिगाड़ा रसोई का बजट

जासं, बागेश्वर : सब्जी और फलों के दामों ने रसोई का बजट खराब कर दिया है। जिस कारण लोग परेशान होने लगे हैं। पहले दाल व चावल ने बजट पर सेंध लगाई और अब सब्जियां भी महंगी हो गई है। लोगों ने प्रशासन ने सब्जियों और फलों के दामों को नियंत्रित करने की मांग की है। पिछले कुछ दिनों से सरसों के तेल में निरंतर बढ़ोतरी हुई है। वहीं अरहर व मलका की दाल में भी 20 से 30 रुपये प्रति किग्रा व चीनी में पांच रुपये प्रति किग्रा तक दाम बढ़ गए हैं। इधर, नवरात्र के बाद से सब्जियों व फलों की कीमतों में वृद्धि हो रही है, जो कम होने का नाम नहीं ले रही है। पिछले दो सप्ताह में ही आलू की कीमतों में पांच तो प्याज की कीमत में 20 से 25 तथा टमाटर की कीमत में 20 रुपये प्रति किग्रा की बढ़ोतरी हुई है। निरंतर दामों में उछाल आने से आम जनता के घर का बजट बिगड़ गया है। जिसकी मार आम जनता पर पड़ी है।

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सब्जी की कीमत प्रति किग्रा आलू 20 आलू पहाड़ी 30 प्याज 55 टमाटर 50-60 फूल गोभी 60 बन्द गोभी 25-30 मटर 140 लौकी 20 कद्दू 20 बीन 80 शिमला 80 बैगन 30 पहाड़ी तुरई 40-50 मूली 40 अरबी 30 पहाड़ी गडेरी 50 फलों की कीमत सेब हिमाचल 100-120 संतरा 80 अनार 100-160 केला 50 अंगूर 140 अमरूद 40-50 नारियल 40

पूíत विभाग सब्जियों और फलों के दामों को नियंत्रित करेगा। नगर में सब्जी की दुकानों में अलग-अलग दाम पर सब्जियां नहीं बेची जा सकती है। जिसको लेकर वृहद अभियान चलाया जाएगा। - हरिगिरी, एसडीएम, बागेश्वर


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