टीईटी फॉर्म न मिलने से बेरोजगार परेशान
संवाद सूत्र, गरुड़ : तहसील के एकमात्र डाकघर में टीईटी परीक्षा के आवेदन पत्र न मिलने से प्रि
संवाद सूत्र, गरुड़ : तहसील के एकमात्र डाकघर में टीईटी परीक्षा के आवेदन पत्र न मिलने से प्रशिक्षित बेरोजगार परेशान हैं। बेरोजगारों ने टीईटी के आवेदन फॉर्म डाकघर में भेजने और आवेदन फॉर्म की जमा करने की अंतिम तिथि भी बढ़ाने की मांग की है।
प्रशिक्षित बेरोजगार संगठन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा है कि कुछ समय पूर्व तक डाकघरों में टीईटी परीक्षा 2018 के आवेदन फॉर्म उपलब्ध थे। ¨कतु अब खत्म हो गए हैं। कई प्रशिक्षित बेरोजगार आवेदन फॉर्म क्रय नहीं कर पाए हैं। उन्होंने शीघ्र डाकघरों में आवेदन फॉर्म भेजे जाने और आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर से आगे बढ़ाने की मांग भी की है। ज्ञापन भेजने वालों में दिनेश कांडपाल, ओमप्रकाश फुलारा, प्रवीण कुमार, महेश चंद्र, निशा बिष्ट, रेखा बोरा, जानकी जोशी आदि शामिल हैं।
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टीईटी के लिए 50 प्रतिशत की बाध्यता समाप्त हो
प्रशिक्षित बेरोजगारों ने टीईटी के लिए स्नातक में 50 प्रतिशत अंकों की बाध्यता समाप्त करने की मांग की है। उन्होंने मुख्यमन्त्री और शिक्षामंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा है कि उन्होंने पूर्व में स्नातक में 45 प्रतिशत के आधार पर बीएड किया है। सरकार और एनसीटीई ने 50 प्रतिशत की बाध्यता कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि प्रतिशत की बाध्यता समाप्त नहीं की गई तो वे उच्च न्यायालय की शरण लेने को मजबूर होंगे। ज्ञापन भेजने वालों में हरिप्रकाश, नवीन चंद्र, महेश भट्ट, नंद किशोर, बबीता, उमा आदि शामिल हैं।
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साइट न खुलने से अभ्यर्थी परेशान
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा इन दिनों प्रवक्ताओं के लिए ऑनलाइन आवेदन भरे जा रहे हैं। ¨कतु विगत पांच दिनों से साइट नहीं खुल रही हैं। जिससे बेरोजगार फॉर्म भरने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। जबकि आवेदन करने की अंतिम तिथि 25 सितंबर है। कपकोट के पूर्व विधायक ललित फर्सवाण ने बेरोजगारों के हित में आवेदन तिथि बढ़ाए जाने और टीईटी के लिए स्नातक में प्रतिशत की बाध्यता भी समाप्त किए जाने की मांग की है। चेतावनी देते हुए कहा यदि सरकार ने बेरोजगारों की मांगें नहीं मानी तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।