भतरौला की महिलाओं ने ईओ को घेरा
ठाकुरद्वारा वार्ड के भतरौला क्षेत्र की महिलाओं ने नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी का घेराव किया। उन्होंने कहा कि पानी की निकासी को नाली बनी है। वह रिस रही है और उनके घर खेत आदि को नुकसान हो रहा है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : ठाकुरद्वारा वार्ड के भतरौला क्षेत्र की महिलाओं ने नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी का घेराव किया। उन्होंने कहा कि पानी की निकासी को नाली बनी है। वह रिस रही है और उनके घर, खेत आदि को नुकसान हो रहा है। घरों से निकलने वाला गंदा पानी और सीवर से जानलेवा बीमारियों का भय बना हुआ है। उन्होंने नाली की मरम्मत करने की मांग की ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
शुक्रवार को भतरौला की महिलाएं पालिका पहुंचीं। उन्होंने नारेबाजी की और ईओ को ज्ञापन सौंपा। कहा कि नाली से गंदे पानी का रिसाव हो रहा है। उनके घरों, दुकानों और आंगन में पानी घुस रहा है। उनके खेतों को भी नुकसान हो गया है। पानी जमा होने के कारण वह बोआई आदि नहीं कर पा रहे हैं। मच्छर और अन्य जानलेवा कीट भी गंदे पानी में पल रहे हैं। डेंगू और चिकनगुनिया ने दस्तक दी है। ऐसे में उनके बच्चे, बुजुर्ग आदि बीमार पड़ सकते हैं। गंदा पानी जलस्त्रोतों को भी नुकसान पहुंचा रहा है। उन्होंने तत्काल नाली की मरम्मत करने और कीटनाशकों का छिड़काव करने की मांग की। इस दौरान चंपा जोशी, विद्या बाफिला, प्रकाश चंद्र तिवारी, प्रभा तिवारी, कमला तिवारी, जया तिवारी, भावना तिवारी, राजेंद्र कांडपाल, पार्वती कांडपाल, दीपा कांडपाल, कौशल्या गढि़या आदि मौजूद थे। इधर, ईओ सतीश कुमार ने कहा कि नाली की मरम्मत की जाएगी। नगर पालिका में शामिल होने के बाद सुविधाओं के नाम पर झुनझुना थमा दिया गया है। घरों से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी तक नहीं हो सकी है। भवन कर आदि वह जमा नहीं करेंगे।
- कमला तिवारी
ग्राम पंचायत अच्छी थी। किसी प्रकार का टैक्स नहीं था। पालिका बड़े लोगों तक सुविधा पहुंचाने में मशगूल है। आम आदमी को सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। स्वच्छता की बातें हो रही हैं। उनके यहां पर्यावरण मित्र तक नहीं है।
- विद्या बाफिला
ठाकुरद्वारा वार्ड में कीटनाशक का छिड़काव किया गया। लेकिन भतरौला की तरफ नहीं हुआ। नाली से उठ रही बदूब से रहने लायक भी नहीं है।
- चंपा जोशी
पालिका को तत्काल नाली की मरम्मत करनी होगी। खुले शौचालय के पिटों को चिह्नित करना होगा। तभी स्वच्छ अभियान की परिकल्पना सच होगी।
- भावना