मिड डे मील योजना पर प्रधानों ने लगाया प्रश्नचिह्न
कोरोना काल के दौरान लगभग ढाई वर्ष के बाद शुक्रवार को क्षेत्र पंचायत की बैठक हुई। इसमें मिड डे मिल योजना पर कुछ प्रधानों ने सवाल उठाए। बैठक में पानी बिजली शिक्षा स्वास्थ्य आदि समस्याएं छाई रहीं।
जासं, बागेश्वर : कोरोना काल के दौरान लगभग ढाई वर्ष के बाद शुक्रवार को क्षेत्र पंचायत की बैठक हुई। इसमें मिड डे मिल योजना पर कुछ प्रधानों ने सवाल उठाए। बैठक में पानी, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि समस्याएं छाई रहीं।
विकास खंड सभागार में बीडीसी बैठक की अध्यक्षता ब्लाक प्रमुख पुष्पा देवी ने की। उन्होंने सदन में उठीं समस्याओं का समाधान करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। प्रधान पातलीबगड़ ने कहा कि सड़क निर्माण से पेयजल लाइन ध्वस्त है। चार किमी दूर से पानी लाना पड़ रहा है। उन्होंने पुस्तकालय खोलने की मांग की। प्रधान जोशीपालड़ी ने जल जीवन मिशन में प्रगति और संयोजन की मांग की। क्षेत्र पंचायत सदस्य आनंद तिवारी ने क्षेत्र में सड़े-गले पोल बदलने, बालीघाट से धरमघर तक झूलते तारों को दुरस्त करने की मांग की। सानीउडियार, भद्रकाली, चौगावंछीना आदि क्षेत्रों में भी बिजली के तार खतरा बने हुए हैं। भतौड़ा में करंट लगने से खच्चर की मौत पर मुआवजा मांगा। प्रधान चौंगावछीना ने देवलधार विद्यालय की मरम्मत की मांग की। कहा कि 1935 में भवन बना। 36 बच्चों पर एक ही शिक्षक तैनात है। प्रधान महेश चंद्र ने कहा कि शिक्षक शराब पीकर आते हैं। प्राथमिक विद्यालय भेंटा में एक वर्ष से शिक्षक संबद्ध हैं। धपोलासेरा ने प्राथमिक विद्यालय में 31 बच्चों पर एक ही शिक्षक हैं। पालड़ीछीना के सरकारी विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था चौपट है। प्राथमिक विद्यालय पाना में तीन वर्ष से एसएमसी की बैठक नहीं हुई है। मिड डे मिल भोजन की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए। राजकीय प्राथमिक विद्यालय तल्ला भेटा भवन जीर्णशीर्ण है। इस मौके पर एडएम सीएस इमलाल, मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह, ज्येष्ठ प्रमुख पुष्पा देवी, कनिष्ठ प्रमुख चांदनी टम्टा समेत विभागीय अधिकारी मौजूद थे।