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मथुरा से आई टीम सप्ताह के भीतर शुरू करेगी कटखने बंदरों को पकड़ने का काम, शहरवासियों को मिलेगी राहत

आतंक का पर्याय बन गए कटकने बंदरों से बागेश्वर नगर को एक सप्ताह के भीतर राहत मिलने वाली है। दरअसल मथुरा से पहुंची टीम जल्द ही बंदरों को पकड़ने का काम करेगी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Dec 2019 12:07 AM (IST)Updated: Sun, 01 Dec 2019 06:15 AM (IST)
मथुरा से आई टीम सप्ताह के भीतर शुरू करेगी कटखने बंदरों को पकड़ने का काम, शहरवासियों को मिलेगी राहत
मथुरा से आई टीम सप्ताह के भीतर शुरू करेगी कटखने बंदरों को पकड़ने का काम, शहरवासियों को मिलेगी राहत

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: आतंक का पर्याय बन गए कटकने बंदरों से नगर को एक सप्ताह के भीतर निजात मिलने जा रही है। मथुरा से आई टीम ने शनिवार से बंदरों को पकड़ने का काम शुरू कर दिया है और उन्हें शहर से दूर जंगल में छोड़ने का निर्णय लिया है। अलबत्ता पालिका की पहल से स्थानीय लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है।

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शहर में कटकने बंदरों ने आतंक मचाया हुआ है। दुकान से सामान उठाना और घर के भीतर से बर्तन उठाकर ले जाना उनकी नियति बन गई थी। कई बच्चों और महिलाओं को काट भी चुके हैं। मंडलसेरा, बिलौनासेरा, कठायतबाड़ा, नदीगांव आदि क्षेत्रों में फसल, फल और सब्जियों को भी भारी नुकसान पहुंचा रहे थे। लोगों ने पालिका से बंदरों को पकड़ने की मांग की और उनकी डिमांड रंग लाई। शनिवार को पालिकाध्यक्ष सुरेश खेतवाल ने मथुरा से आई टीम को चयनित स्थानों के लिए रवाना किया। उन्होंने कहा कि शहर से करीब एक हफ्ते के भीतर कटखने बंदरों को पकड़ कर सुदूरवर्ती जंगलों में छोड़ा जाएगा। जिसके लिए टीम में चार लोगों के अलावा पालिका के सफाई नायक आदि भी शामिल किए गए हैं। टीम अपने साथ वाहन, जाल और अन्य सामान भी लेकर आई है। इसके अलावा बंदरों को पिजड़े में कैद करने के लिए केले आदि फलों का उन्हें लालच दिया जाएगा।


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