बागेश्वर में रेल नहीं तो वोट नहीं का लगाया नारा
टनकपुर-बागेश्वर रेल मार्ग निर्माण संघर्ष समिति ने रेल लाइन नहीं तो वोट भी नहीं का नारा बुंलद किया है।
जासं, बागेश्वर : टनकपुर-बागेश्वर रेल मार्ग निर्माण संघर्ष समिति ने रेल लाइन नहीं तो वोट भी नहीं का नारा बुलंद किया है। उन्होंने केंद्र सरकार पर क्षेत्र की जनता के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। संघर्ष समिति ने चेतावनी देते हुए कि विधानसभा चुनाव से पूर्व रेल लाइन का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जाता तो पूरे कुमाऊं की जनता चुनाव बहिष्कार को बाध्य होंगे।
रविवार को तहसील परिसर में संघर्ष समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में कार्यकर्ताओं ने कहा कि दशकों से पहाड़ी क्षेत्र के लोग इस रेल लाइन की मांग कर रहे हैं। लेकिन अभी तक रेल लाइन को लेकर कोई सकारात्मक कार्रवाई नही हुई। हर समय राजनेता सर्वे के नाम पर गुमराह करने में लगे हुए है। रेल लाइन की मांग को लेकर यहां से एक शिष्टमंडल बीते वर्ष रेल मंत्री से भी मिल चुका है। तब आश्वासन मिला था कि इस रेल लाइन के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद भी रेल लाइन निर्माण को लेकर ना तो धन स्वीकृति हुई ना ही कोई कार्रवाई। क्षेत्र की जनता के साथ इस तरह का खिलवाड़ पसंद नही किया जाएगा। उन्होंने एक स्वर में कहा अगर इस बार रेल लाइन का काम शुरु नही होता तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। पूरे कुमांऊ में लोगों को आगामी विधानसभा चुनाव बहिष्कार किए जाने के लिए जनमत तैयार किया जाएगा।
इस अवसर पर अध्यक्ष नीमा दफौटी, खड़क राम आर्य, गिरीश चंद्र पाठक, केशवानंद जोशी, हयात सिंह मेहता, प्रताप सिंह गढि़या, अर्जुन सिंह बनकोटी, महेंद्र सिंह कोश्यारी, सोबन सिंह, खीम सिंह मेहता, सरस्वती गैलाकोटी, रतन सिंह साही आदि मौजूद थे।