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दुलम में पैराग्लाइडिग संस्थान खोलने को पर्यटन विभाग ने शुरू की कवायद, विशेषज्ञ जल्द करेंगे निरीक्षण

बागेश्वर में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग ने दुलम में पैराग्लाइडिंग संस्थान खोलने की कवायद शुरू कर दी है। जल्द ही विशेषज्ञ यहां का सर्वे करेंगे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Dec 2019 11:57 PM (IST)Updated: Fri, 06 Dec 2019 06:17 AM (IST)
दुलम में पैराग्लाइडिग संस्थान खोलने को पर्यटन विभाग ने शुरू की कवायद, विशेषज्ञ जल्द करेंगे निरीक्षण
दुलम में पैराग्लाइडिग संस्थान खोलने को पर्यटन विभाग ने शुरू की कवायद, विशेषज्ञ जल्द करेंगे निरीक्षण

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: जिले में साहसिक पर्यटन की अपार संभावनाएं है। साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गोल्डन वैली आफ हिमालयन एडवेंचर थीम पर कार्य किया जा रहा है। इसी के तहत दुलम में पैराग्लाइडिग की संभावनाओं को देखते हुए यहां संस्थान खोले जाने की कवायद तेज कर दी है। यहां प्रशिक्षण अभियान शुरु कर दिए गए हैं।

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कुमाऊं की काशी कहे जाने वाले बागेश्वर में साहसिक खेलों के जरिए पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साहसिक पर्यटन में पैराग्लाइडिग के लिए कपकोट ब्लाक का दुलम क्षेत्र में जगह चिन्हित की गई है। यहां पैराग्लाइडिग का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। यह क्षेत्र पैराग्लाइडिग के लिए सबसे आदर्श माना जा रहा है। साहसिक पर्यटन से जुड़े लोगों ने दुलम में पैराग्लाइडिग संस्थान खोलने की मांग उठानी शुरु कर दी है। साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों ने इसके लिए मुख्यमंत्री को पत्र भी सौंपा है, अगर संस्थान खुल जाएगा तो इसमें पैराग्लाइडिग के अलावा अन्य साहसिक खेल भी हो सकेंगे। सरकार की मंशा भी पहाड़ी जिलों में पर्यटन के जरिए रोजगार सृजन करना है। जल्द ही विशेषज्ञों की टीम यहां पहुंचकर सर्वे भी करने वाली है। ========= दुलम में है सपाट समतल भूमि बागेश्वर जिला मुख्यालय से 30 किमी दूर स्थित है दुलम। यहां करीब डेढ़ सौ नाली समतल और सपाट भूमि है। यह क्षेत्र पैराग्लाइडिग के लिए सबसे उपयुक्त माना जा रहा है। यहां से 20 किमी की दूरी पर सरयू का उद्गम स्थान सरमूल भी है। ========= समय-समय पर प्रशिक्षण अभियान चलाए जा रहे है। दुलम क्षेत्र पैराग्लाइडिग के लिए सबसे उत्तम है। अगर यहां पर संस्थान खोला जाता है तो यहां के लोगों के लिए यह मील का पत्थर साबित होगा।

-जगदीश जोशी, पैराग्लाइडिग प्रशिक्षक ========== साहसिक खेलों के लिए नए पर्यटन स्थल विकसित करने की योजना बनाई गई है। प्रस्ताव शासन के पास भेजा है, केंद्रीय एजेंसी की जांच के बाद मुहर लगेगी।

-कीíत चंद्र आर्य, जिला पर्यटन अधिकारी, बागेश्वर ========= इन जगहों पर साहसिक पर्यटन को दिया जाएगा बढ़ावा - सरयू नदी से बालीघाट मेहनरबूंगा-राफ्टिग

- सरयू नदी में बिलौना से बूढ़ाधार-एंग्लिग

- धाकुड़ी, चिल्ठा टॉप-स्नो स्कीइंग

- बैजनाथ झील-नौका विहार

- बिलौना, दुलम-पैराग्लाइडिग

- जौलकांडे, कौसानी-माउंटेन बाइकिग सेंटर

- पिडारी, कफनी, नामिक, सुंदरढूंगा घाटी-ग्लेशियर ट्रैकिग

- कौसानी, धरमघर, शिखर-बर्ड वॉचिग

- धरमघर-कालीनाग-कस्तूरी मार्ग-फेणीनाग

- बैजनाथ-गरुड़-कौसानी, शिखर भनार, शामा, देवलधार, पांडूस्थल।


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