महानगरों से आने वाले लोगों के वाहन पुलिस ने रोके
महानगरों से घर लौटने वाले युवाओं का सिलसिला रविवार को भी सुबह से शाम तक जारी रहा।
जासं, बागेश्वर : महानगरों से घर लौटने वाले युवाओं का सिलसिला रविवार को भी सुबह से शाम तक जारी रहा। प्राइवेट वाहनों के जरिये वे नगर तक पहुंचे। यहां पुलिस ने उनकी चेकिग की और उन्हें स्वास्थ्य की जांच कराने को प्रेरित किया। इसके अलावा जिले में भी खदान क्षेत्रों में नेपाल और बिहारी से पांच हजार से अधिक मजदूर काम कर रहे हैं। उनके सामने भी अब संकट पैदा हो गया है।
जिले के गांवों के अधिकतर युवा वर्ग महानगरों में नौकरी करते हैं। होटल समेत अन्य प्रतिष्ठान बंद होने के बाद वे घरों को लौटने लगे हैं। उन्हें घर लौटते समय वाहन नहीं मिल रहे हैं। वे प्राइवेट वाहनों के जरिये यहां पहुंच रहे हैं। पुलिस भी उनकी जांच में जुटी हुई है। कोतवाली पुलिस ने रविवार को महानगरों से लौट रहे तमाम युवाओं से पूछताछ की और उन्हें स्वास्थ्य की जांच कराने को प्रेरित किया। वहीं जिले में उप्र, बिहार व पड़ोसी राज्य नेपाल से आए करीब पांच हजार मजदूर काम करते हैं। कोरोना वायरस को लेकर उप्र और बिहार के अधिकतर मजदूर वापस लौट गए हैं, जबकि खड़िया खदानों में लंबे समय से काम कर रहे नेपाली मजदूर अभी जमे हैं। बिहार से आए मजदूर लल्लन तथा बेचू यादव ने बताया कि इन दिनों दो मकानों में टाइल्स लगाने का काम चल रहा है। मजदूरी भी मिल रही है। जो मजदूर यहां रह रहे हैं उन्हें लगातार काम मिल रहा है। नेपाल से आए मनबहादुर तथा धन बहादुर आदि ने बताया कि इन दिनों नदीगांव और अन्य स्थानों पर भवन निर्माण कार्य चल रहा है वहीं काम कर रहे हैं। इसके अलावा जिले के अधिकतर होटल संचालकों ने अपने होटल में बंद का नोटिस चस्पा कर दिया है। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष विक्रम दानू ने बताया कि कोरोना को लेकर मिल रही गाइड लाइन के अनुसार होटल बंद का निर्णय लिया गया है।
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जूना अखाड़ा के मुख्य द्वार पर लगा ताला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनता कर्फ्यू आह्वान पर रविवार को जूना अखड़ा के मुख्य द्वार पर भी ताला लगा रहा। संत भी मंदिरों में पूजा-अर्चना में जुटे रहे। महंत शंकर गिरि महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रत्येक आह्वान का सभी को पालन करना है। कोरोना वायरस से बचाव और रोकथाम के लिए सिर्फ यही एक हथियार भी है।