मंडलसेरा में पानी की बूंद-बूंद को तरसे लोग
बागेश्वर केमंडलसेरा क्षेत्र में पानी की किल्लत कम होने का नाम नहीं ले रही है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : मंडलसेरा क्षेत्र में पानी की किल्लत कम होने का नाम नहीं ले रही है। नागरिकों के अनुसार पिछले छह माह से वार्ड में पानी सुचारू नहीं हो सका है। गर्मी बढ़ने लगी है और मई-जून में स्थिति खराब हो सकती है। उन्होंने पेयजल की सुचारु व्यवस्था नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। जिले में अस्सी से लेकर 90 के दशक में बनी अधिकतर पेयजल योजनाएं अपनी उम्र पूरी कर चुकी हैं। नई योजनाएं भी गुणवत्ता में खरी नहीं हैं, जिससे नगर क्षेत्र में पेयजल का संकट बढ़ने लगा है। नगरपालिका का सबसे बड़ा वार्ड मंडलसेरा है। यहां की जनसंख्या लगभग पांच हजार पहुंच गई है। पेयजल की पुरानी योजनाएं हैं। जिससे लोगों को भरपूर पानी नहीं मिल पा रहा है।
स्थानीय निवासी ममता देवी ने कहा उनके संयोजन में पिछले छह माह से पानी नहीं आया है। जल संस्थान में शिकायत कर थक गईं और अब प्राकृतिक स्त्रोत भनिया नौले पर निर्भर हैं। आरे-मंडलसेरा बाइपास निवासी जगदीश राम ने कहा कि पानी वितरण में गड़बड़ी हैं। उन्होंने कहा जब तक वितरण प्रणाली सुदृढ़ नहीं होती है, तब तक स्थिति ठीक नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा प्राकृतिक स्त्रोतों से सिर पर पानी ढो रहे हैं। स्थानीय निवासी भुवन चौबे ने कहा अधिकतर स्त्रोतों से रिसाव होने के कारण पानी की कमी हो गई है। पाइप लाइन भी क्षतिग्रस्त हं। मंडलसेरा पंपिग योजना का कार्य भी कछुवा गति से चल रहा है। स्थानीय संजय धपोला, योगेश धपोला आदि ने कहा यदि पानी की सुचारू व्यवस्था नहीं हुई तो आंदोलन करेंगे। इधर, जल संस्थान के अधिशासी अभियंता चंदन देवड़ी ने कहा कि आपूíत सुचारु करने की कोशिश की जा रही है। जहां पानी की कमी है वहां टैंकर भेजे जा रहे हैं।