बागेश्वर में मांग के अनुरूप सड़क न बनने पर आक्रोश
बागेश्वर स्थित रंगथारा-मजगांव-चोनाला स्वीकृत मोटर मार्ग का विरोध शुरू हो गया है।
जासं, बागेश्वर : रंगथारा-मजगांव-चोनाला स्वीकृत मोटर मार्ग का विरोध शुरू हो गया है। सड़क के विरोध में उतरे ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि अदालत के आदेश के बावजूद भी लोनिवि कपकोट ने दो किमी के स्थान पर एक किमी सड़क बनाने की जिद पर अड़ा हुआ है। प्रदर्शन के बाद ग्रामीणों ने डीएम विनीत कुमार को ज्ञापन सौंपा।
राज्यपाल के आदेश के अनुसार सड़क का निर्माण दो किमी से होना है, जिसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं है। जाखनी व मजगांव के पेड़ों की संख्या दिखाई है। परंतु ग्रामसभा सेरी के लगभग चार-पांच सौ पेड़ों की कोई गणना नहीं है। बांज का पूरा जंगल रिकॉर्ड में ही नहीं रखा गया है। मोटर मार्ग में इंच भर भी वन पंचायत नहीं आ रही है। जबकि सेरी के बांज का जंगल वन पंचायत में आता है। कहा कि डीएम ने 12 सदस्यीय कमेटी बनाकर मोटर मार्ग की जांच कराई, जिसमें अधिकतर सेरी और जाखनी गांव की भूमि कट रही है। इन गांवों से अनापत्ति प्रमाणपत्र नहीं लिया गया। उन्होंने सड़क का विरोध जारी रखने का एलान किया। इस मौके पर जोगा सिंह मेहता, उमेश राठौर, आनंद सिंह आदि मौजूद थे।
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बदहाल सड़कें कर रहीं विकास बयां
संवाद सूत्र, कांडा : उत्तराखंड प्रगतिशली पार्टी के जिला संयोजक शंकर जोशी ने कहा कि बागेश्वर की बदहाल सड़कें सरकार के विकास की योजना को बयां करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा-कांग्रेस ने केवल लोगों को छला है।
स्थानीय होटल में पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष संजय कुणडलिया के नेतृत्व में राज्य के लोगों के सामने राजनीतिक विकल्प देने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिले की मूलभूत सुविधाएं धरातल से गायब हैं। आधे-अधूरी सड़कें बरसों से लोगों को परेशान कर रही हैैं। यहां ना कोई कूड़ेदान की उचित व्यवस्था है और ना ही कोई वैकल्पिक साधन। शिक्षा व्यवस्था भी जस की तस है।