सड़क हादसे में एक इंजीनियर की मौत, दो घायल
जागरण संवाददाता बागेश्वर गरुड़-कौसानी मोटर मार्ग पर एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। चाल
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: गरुड़-कौसानी मोटर मार्ग पर एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। चालक इंजीनियर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई है, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है और एक गंभीर रूप से घायल युवक को डॉक्टरों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया है। पुलिस ने मृतक का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। घटना के बाद मन्यूड़ा गांव पूरी तरह शोक में डूब गया है।
बीती गुरुवार की रात करीब दस बजे गरुड़-कौसानी मोटर मार्ग में एक प्राइवेट नंबर की कार अनियंत्रित होकर कुकुड़गाड़ के समीप करीब 60 मीटर नीचे नई कट रही सड़क पर गिर गई। वाहन में सवार चालक दीक्षु पाठक 26 साल पुत्र बीसी पाठक की घटना स्थल पर ही मौत हो गई और वे मन्यूड़ा गांव के निवासी थे। जबकि कार में सवार उसी गांव के वीरेंद्र सिंह 25 साल पुत्र मोहन सिंह और गोपाल भंडारी 25 साल पुत्र शिव सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को पूर्व विधायक कपकोट ललित फस्र्वाण और उनके साथियों ने तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया। इमरजेंसी में तैनात डॉ. तैयब ने घायलों का उपचार किया और गंभीर रूप से घायल गोपाल को हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी है। पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया है। घटना के बाद विधायक चंदन राम दास, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी, कुंदन परिहार, देवेंद्र परिहार, पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री राजेंद्र टंगड़िया, एसडीएम राकेश चंद्र तिवारी, डीडीओ केएन तिवारी आदि अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों को घायलों को प्राथमिकता के साथ इलाज करने को कहा।
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मृतक डीडीए में करते थे काम
मन्यूड़ा निवासी मृतक दीक्षु वर्तमान में डीडीए में प्राइवेट तौर पर इंजीनियर का काम करते थे। देरशाम वह अपने साथियों के साथ घर लौट रहे थे। एकाएक उनकी कार अनियत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई और उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जिला पंचायत का चुनाव निपटाकर घर को लौट रहे पूर्व विधायक ललित फस्र्वाण आदि ने घटना की सूचना पुलिस, जिला प्रशासन को फोन पर दी। उसके बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई को अंजाम दिया।
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आपदा कंट्रोल रूम पर सुस्ती का आरोप
जिला आपदा कंट्रोल रूम पर सुस्ती का आरोप लगाया गया है। घटना स्थल से राजू परिहार ने जिला आपदा अधिकारी को पांच कॉल किए लेकिन उनका फोन नहीं उठा और फिर एडीएम से बात करने के बाद प्रशासन घटना स्थल की तरफ बढ़ा। उन्होंने कहा कि आपदा कंट्रोल रूम सिर्फ घटना की सूचनाओं का आदान-प्रदान कर रहा है, जबकि जिले में एसडीआरएफ और आपदा खोज बचाव दल भी तैनात हैं।
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पैराफिट होते तो बच जाती जान
गरुड़ मोटर मार्ग में कुकुड़ागाड़ के समीप लगातार वाहन दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन अभी तक वहां क्रास वैरियर नहीं लग पाए हैं। अत्यधिक डाउन होने और मोड़ होने से यहां वाहनों की स्पीड एकाएक बढ़ जाती है। इस स्थान पर अभी तक करीब एक दर्जन से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं।
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उद्योग विभाग से सेवानिवृत्त थे पिता
मृतक इंजीनियर दीक्षु के पिता महाप्रबंधक उद्योग के पद से पिछले कुछ ही माह पहले सेवानिवृत्त हुए हैं। उनके पिता बीसी पाठक घटना के बाद सदमे में हैं और माता का भी रो-रोकर बुरा हाल है।
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संचार सेवा लड़खड़ाई
गरुड़ की संचार सेवा लड़खड़ाने से घटना की जानकारी मृतक और घायलों के परिजनों को नहीं मिल सकी। रात में एक वाहन वहां भेजकर घटना की सूचना देनी पड़ी। जिसको लेकर भी लोगों में भारी रोष है।
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काल ने क्षणभर में चूर कर दिए सपने
संसू, गरुड़: गागरीगोल के होनहार युवा दीक्षु पाठक की मौत से माता-पिता पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। अपने क्षेत्र के लाल के निधन पर पूरा गागरीगोल क्षेत्र शोक में डूब गया है। दीक्षु पाठक युवाओं के खास चहेते थे। क्षेत्र में अपने मधुर व्यवहार से उन्होंने खासी पहचान बनाई थी।वे बेहद मिलनसार स्वभाव के थे।उन्होंने बीटेक किया था। उनको लेकर माता-पिता ने काफी सपने संजोए थे, लेकिन नियति को तो कुछ और ही मंजूर थी। देर शाम घर लौटते समय सड़क हादसे में उनकी असमय मौत हो गई। उनके निधन से पूरे गांव में मातम पसरा है। वे हंसमुख और मिलनसार स्वभाव के थे। उनके आखिरी यात्रा में समूचा जिला उमड़ गया।