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गंदगी फैलाने पर व्यापारियों को काटा चालान

शहर को स्वच्छ रखने के लिए पालिका ने एक कदम और बढ़ा दिया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 12:07 AM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 12:07 AM (IST)
गंदगी फैलाने पर व्यापारियों को काटा चालान
गंदगी फैलाने पर व्यापारियों को काटा चालान

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: शहर को स्वच्छ रखने के लिए पालिका ने एक कदम और बढ़ा दिया है। अब दुकानों के आगे गंदगी होने पर पालिका व्यापारियों से अर्थदंड वसूल रही है। इसके अलावा पालीथिन का उपयोग करने वाले दुकानदारों पर भी कार्रवाई की जा रही है।

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शनिवार को पालिका ने नगर की दुकानों में ताबड़तोड़ छापेमारी की। इस दौरान एक दुकान के आगे कूड़ा मिलने पर व्यापारी से तीखी नोकझोंक भी हुई। पालिका ने दुकानदार से 200 रुपये का अर्थदंड वसूला। दुकानदार को कड़ी चेतावनी दी गई और दुकानों के आगे गंदगी होने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात की। इसके अलावा पालिका की टीम ने एक दुकान से पांच किलोग्राम पालीथिन जब्त किया। संबंधित से पांच सौ रुपये का जुर्माना भी वसूला गया। पालिका की कार्रवाई से दुकानदारों में हड़कंप मच गया है। पालिका के अधिशासी अधिकारी राजदेव जायसी ने कहा कि कई बार नोटिस देने के बावजूद भी कुछ दुकानदार मान नहीं रहे हैं। उन्होंने कहा कि पालीथिन उत्तराखंड में पूरी तरह प्रतिबंधित है। उसके बावजूद भी पालीथिन की थैली, ग्लास और अन्य सामान नालियों को बंद कर रहा है। उन्होने कहा कि भारत स्वच्छ अभियान के तहत पालिका लगातार लोगों को जागरूक कर रहे है। बावजूद लोग घर और दुकानों के आगे गंदगी फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब कड़ी कार्रवाई की जाएगी। टीम में रजत कुमार समेत पालिका के कर्मचारी आदि मौजूद थे। वहीं दूसरी ओर उत्तरायणी मेले के बाद नुमाइशखेत और सरयू बगड़ में दुकानें लगने लगी हैं। इसके अलावा अन्य भवन मालिकों ने भी दुकानें बाहर से आए व्यापारी को देनी शुरू कर दी है। जिसको लेकर व्यापार मंडल ने जिलाधिकारी से शिकायत की। शनिवार को पुलिस और पालिका की टीम ने दुकानदारों को खदेड़ा दिया। हालांकि बड़े दुकानदारों पर अभी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।

कोविड-19 के चलते इस बार बाहर से आने वाले व्यापारियों को दुकानें नहीं लगाने दी गईं। जिससे मेला पूरी तरह प्रभावित रहा और सस्ता सामान खरीदने वाले लोग मायूस रहे। मेले के समापन के बाद कुछ शहर के लोगों ने बाहर के व्यापारियों को मकान आदि किराए पर दे दिया और दुकानें खुलने लगी। जिसकी देखादेखी अन्य व्यापारी भी सरयू बगड़ और नुमाइशखेत में फड़ लगाकर सामान बेचने लगे। व्यापार मंडल के अध्यक्ष हरीश सोनी और अन्य व्यापारियों ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले व्यापारियों पर पूरी तरह रोक थी, बावजूद दुकानें खुलने लगी हैं। जिस पर जिलाधिकारी विनीत कुमार ने पालिका को दिशा-निर्देश जारी किए। ईओ राजदेव जायसी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने नुमाइशखेत और सरयू बगड़ आदि स्थानों पर लगी दुकानों को हटाया। इधर, बड़े व्यापारियों पर कोई कार्रवाई नहीं होने से फड़ व्यापारियों में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि कार्रवाई दोनों तरफ होनी चाहिए।


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