कौसानी के मुझारचौरा गांव को सड़क की दरकार
कत्यूर घाटी के कई गांव आज भी सड़क की सुविधा से वंचित हैं।
संवाद सूत्र, गरुड़: कत्यूर घाटी के कई गांव आज भी सड़क की सुविधा से वंचित हैं। इन्हीं गांवों में से एक गांव है मुझारचौरा। इस गांव के ग्रामीण वर्षों से सड़क की मांग कर रहे हैं। लेकिन किसी ने इस गांव की सुध नहीं ली है।
कौसानी की तलहटी पर बसा मुझारचौरा में फल व सब्जी उत्पादन होता है। काश्तकार प्रचुर मात्रा में फल व सब्जी बेचकर अजीविका चलाते हैं। सड़क नहीं होने से काश्तकारों का आधा उत्पादन गांव में ही सड़-गल जाता है। बची-खुची सब्जी व फल सात किमी पैदल चलकर गरुड़ बाजार लाते हैं। काश्तकार बलवंत सिंह कठायत, भूपाल सिंह, लाल सिंह आदि का कहना है कि यदि उनके गांव को सड़क बन जाती तो उनका उत्पादन सीधे बाजार तक पहुंचता और बर्बाद भी नहीं होता। साथ ही उन्हें वाजिब कीमत भी मिल जाती। इस सबंध में कई बार जनप्रतिनिधियों से मांग की। चुनाव के समय सभी सड़क बनाने का आश्वासन देते हैं और चुनाव जीत जाने के बाद फिर सब भूल जाते हैं। उन्होंने शासन- प्रशासन से एक बार फिर सड़क बनाए जाने की मांग की है। कहा कि सरकार विकास का दावा करती है तो वह गांव में सड़क की सुविधा दे। सड़क न होने से गांव के लोगों का विकास नहीं हो पा रहा है। किसान को उसकी उपज का दाम नहीं मिल पा रहा है।
-वर्जन-
मुझारचौरा गांव फल व सब्जी उत्पादक काश्तकारों का गांव है। गरुड़ के अधिकांश गांव सड़क से जुड़ चुके हैं। शीघ्र ही इस गांव को भी सड़क से जोड़ा जाएगा।
- चंदन राम दास, सड़क व परिवहन मंत्री।