घरेलू गैस सिलेंडरों की खपत 20 फीसद घटी
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते रसोई गैस सिलेंडरों की खपत पर भी असर पड़ा है।
जासं, बागेश्वर: कोरोना वायरस संक्रमण के चलते रसोई गैस सिलेंडरों की खपत पर भी असर पड़ा है। नगर के बीस हजार उपभोक्ता हर माह सिलेंडरों की रिफिलिग करते थे। लेकिन करीब बीस प्रतिशत रिफिलिग कम हो गई है। सिलेंडर की कीमत भी धीरे-धीरे बढ़ गई है और वर्तमान में 628 रुपये में सिलेंडर भरा जा रहा है। जबकि 27.2 रुपये सब्सिडी मिल रही है। एजेंसी के अनुसार एक सिलेंडर करीब 162 रुपये बढ़ गया है। जबकि मार्च में 780 रुपये में रिफिलिग हो रही थी और 319 रुपये तक सब्सिडी वापस मिल रही थी। इसके अलावा व्यावसायिक सिलेंडरों की खपत भी इसबीच घटी है।
2016 में रसोई गैस सिलेंडर की रिफिलिग 439 रुपये में होती थी। जिसमें किसी भी प्रकार का अनुदान नहीं था। 2017 में सिलेंडर की कीमत 800 रुपये पहुंची और करीब 340 रुपये तक अनुदान उपभोक्ता को मिलने लगा। वर्तमान में सिलेंडर रिफिलिग में उपभोक्ता को 628 रुपये देने पड़ रहे हैं। जबकि 27.02 रुपये सब्सिडी मिल रही है। एजेंसी के अनुसार करीब सिलेंडर की कीमत इसबीच 162 रुपये बढ़ गई है। जबकि मार्च में 780 रुपये में सिलेंडर मिल रहा था और 319 रुपये तक सब्सिडी थी। कोरोना काल में सिलेंडर की कीमत बढ़ने से रिफिलिग में भी कमी आने लगी है। एजेंसी के अनुसार करीब 20 प्रतिशत उपभोक्ता रिफिलिग नहीं करा रहे हैं।
------------
व्यावसायिक सिलेंडर भी प्रभावित
एजेंसी के अनुसार व्यावसायिक सिलेंडरों की रिफिलिग भी कम हो रही है। होटल, रेस्टोंरेट आदि बंद होने के कारण ऐसा हो रहा है। वर्तमान में व्यावसायिक सिलेंडर की कीमत 1310 रुपये है। जबकि शहर में करीब आठ सौ उपभोक्ता हैं जिसमें सिर्फ दस उपभोक्ताओं ने इसबीच सिलेंडर लिया है।
-वर्जन-
घरेलू सिलेंडरों की रिफिलिग में करीब बीस प्रतिशत कमी आई है। नगर में बीस हजार उपभोक्ता हैं। जबकि व्यावसायिक सिलेंडर लेने व्यापारी अभी नहीं आ रहे हैं। घरेलू सिलेंडर की रिफिलिग वर्तमान में 628 रुपये में हो रही है। जबकि 27.02 रुपये सब्सिडी मिल रही है।
-बीबी तिवारी, प्रबंधक, रसोई गैस एजेंसी, केएमवीएन, बागेश्वर।