बागेश्वर के बास्ती में ओलावृष्टि और अल्मोड़ा में बारिश
बागेश्वर के सनगाड़ बास्ती में जर्बदस्त ओलावृष्टि हुई है।
जासं, बागेश्वर : सनगाड़, बास्ती में जर्बदस्त ओलावृष्टि हुई है। इससे किसानों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। जब-तब बदल रहे मौसम ने एक सप्ताह से किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। दोपहर बाद हो रही बारिश से ठंड और इससे पहले गर्मी के कारण लोग बीमार भी पड़ने लगे हैं।
रविवार को फिर दोपहर बाद आसमान पर बादल छा गए। सनगाड़, बास्ती आदि क्षेत्रों में जमकर हुई ओलावृष्टि से जौ, मसूर, गेहूं के अलावा फल और सब्जियों को व्यापक नुकसान पहुंचा है। कपकोट के उच्च हिमालय से सटे गांवों में भी ओलावृष्टि हुई। जिले के अन्य हिस्सों में गर्जना के साथ बारिश हुई। ओलावृष्टि से सबसे अधिक नुकसान किसानों को हो रहा है। खेतों में गेहूं की कटाई और मड़ाई का काम प्रभावित हो रहा है। किसान मोहन सिंह, साधो सिंह, चामू सिंह, दीवान सिंह, पार्वती देवी ने कहा कि ओलावृष्टि से खेत और पेड़ों पर कुछ भी नहीं बचा है। वहीं, ओलावृष्टि के बाद जमकर ठंड पड़ रही है। इस बदलते मौसम के कारण लोग बीमार पड़ने लगे हैं। लोगों को वायरल फीवर, पेट दर्द, पेचिश, सिरदर्द आदि की शिकायत है। जिला अस्पताल के डा. पंकज पंत ने कहा कि बिना डाक्टरों की सलाह के दवाइयां नहीं लें। बासी भोजन, कटे फल, ठंडे पेय पदार्थों से दूर रहें। इधर, आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने मौसम विभाग के हवाले बताया कि बारिश, ओलावृष्टि आदि के आसार बने हुए हैं। दिन भर बादलों का डेरा, शाम को बारिश
संस, अल्मोड़ा : दिनभर आसमान में बादलों की आवाजाही के बाद सायंकाल मेघ बरसे। वहीं ठंडी हवा चलने से तापमान में गिरावट आ गई। नगर का अधिकतम तापमान 26 तथा न्यूनतम तापमान 8.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। रविवार को मौसम से सुबह से की रंग दिखाना शुरू कर दिया था। दिन भर कभी धूप तो कभी छांव का खेल चलता रहा। सायंकाल समूचा आकाश बादलों से पट गया। वहीं गरज व चमक के साथ कुछ देर के लिए बारिश हुई। इधर पहाड़ में गर्मी के मौसम में समय-समय पर हो रही बारिश से वन विभाग ने राहत की सांस ली है। इधर मुख्य कृषि अधिकारी प्रियंका सिंह ने इस बारिश को खरीफ की फसल की बुआई के साथ ही पहाड़ में शाक-भाजी के उत्पादन के लिए लाभकारी बताया है।