दुगनाकुरी का गुलदार वन विभाग की पकड़ से बाहर
जागरण संवाददाता बागेश्वर दुग नाकुरी तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत जलमानी के उतरदुग गांव में
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: दुग नाकुरी तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत जलमानी के उतरदुग गांव में बच्ची का शिकार करने वाला गुलदार वन विभाग की पकड़ से बाहर है। दस दिन बाद भी गुलदार के नही पकड़े जाने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त हैं। दस दिन बाद भी गुलदार वन विभाग की पकड़ से बाहर है। वन विभाग की तरफ से तेंदुए से बचाव के लिए कपकोट, धरमघर, फरसाली, जलमानी आदि क्षेत्रों में पोस्टर चस्पा किए गए है। जिनमें तेंदुए से बचने के सुझावों के साथ ही जनता से भी सहयोग की अपील की गई है। कपकोट वन क्षेत्राधिकारी शशि देव ने बताया कि विभाग की ओर से प्रभावित क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अपने घर के चारों ओर कम से कम 50-100 मीटर तक लैंण्टाना, काला बांस, हिस्सर, गाजर घास न उगने दें। तेंदुए का व्यवहार पीछे से आक्रमण करने का है। घर से बाहर मुखौटों का प्रयोग करें जो पीछे की ओर मुख करके हो। शाम को छह से आठ बजे के बीच आक्रमण करने की प्रबल संभावना रहती है। इस अवधि में विशेष सावधानी बरतें। बीते चार अक्तूबर की रात कांडा तहसील के ग्राम पंचायत जलमानी के उत्तरदुग में तेंदुआ घर के आंगन से पांच साल की दीया को उठा ले गया था। घटना के दस दिन बीत जाने के बाद भी तेंदुए को पकड़ा नहीं जा सका है। तेंदुए के पकड़ में नहीं आने के कारण गांवों में दहशत है। तेंदुए के आतंक के कारण लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। जंगल घास, लकड़ी लेने जा रही महिलाओं को भी खतरा बना हुआ है।