संघर्ष समिति ने दी लोकसभा चुनाव बहिष्कार की धमकी
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: टनकपुर-बागेश्वर रेल मार्ग संघर्ष समिति ने केंद्र सरकार पर वादाखि
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: टनकपुर-बागेश्वर रेल मार्ग संघर्ष समिति ने केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए आक्रोश व्यक्त किया। समिति के सदस्यों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर लोक सभा चुनावों की अधिसूचना से पहले रेल लाइन निर्माण का काम शुरू नही होता तो वह चुनावों का बहिष्कार कर आंदोलन शुरूकर देंगे।
तहसील परिसर में रेल मार्ग संघर्ष समिति की एक बैठक आयोजित हुई। समिति के सदस्यों ने कहा कि दो माह पूर्व रेल मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की। जिसमें उन्होंने आश्वासन दिया था कि जल्द ही रेल लाइन की डीपीआर के लिए सर्वे किया जाएगा। लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई भी पत्र जारी नही किया गया हैं। जो केंद्र सरकार की मंशा को जाहिर करता है। उन्होंने कहा कि रेल लाइन के लिए बागेश्वर के लोग पिछले कई दशकों से आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन उसके बाद भी कोई कार्रवाई नही हुई है। आंदोलन के बाद आश्वासन देकर इतिश्री कर दिया जाता हैं। बीते 2011 में टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन मार्ग को राष्ट्रीय परियोजना में शामिल किया गया था। उसके बाद भी कार्य शुरु न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। अगर लोकसभा चुनावों से पहले सरकार कोई कार्रवाई नही करती तो चुनावों का बहिष्कार किया जाएगा।
इस मौके पर आंदोलन की रणनीति तैयार की गई। कार्यकर्ताओं ने इस संबंध में 27 जनवरी को बैठक करने का निर्णय लिया।इस अवसर पर समिति की अध्यक्ष नीमा दफौटी, खड़क राम आर्य, केवल ¨सह द्यौड़, गिरीश चंद्र पाठक, नारायण ¨सह धामी, डुंगर नेगी, गोकुल चंद्र जोशी, किशन राम, रतन ¨सह शाही, सरस्वती गैलाकोटी, हेमा जोशी, मालती पांडे, बंशीधर जोशी, लक्ष्मण ¨सह कनवाल सहित कई सदस्य मौजूद थे।