'दस रुपये' में तोड़ दी सात फेरों की डोर
जागरण संवाददाता बागेश्वर पति-पत्नी के रिश्ते शायद ही कभी टूट पाते हैं। हिदू धर्म में सात
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : पति-पत्नी के रिश्ते शायद ही कभी टूट पाते हैं। हिदू धर्म में सात फेरे और जीवन भर साथ निभाने की शपथ परिवार को बांधे रखती है, लेकिन एक विवाहिता ने अपने पति से स्टांप पेपर पर सिंदूर का नाता मिट्टी के खिलौने की तरह तोड़ दिया। स्टांप में लिखी बातों से हर कोई हैरान है और पति भी इस पर चुप्पी साधे हुए है। अलबत्ता दस रुपये के स्टांप पेपर पर पति से निजात पाने को लिखी चिट्ठी पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
मोबाइल, इंटरनेट, वाहट्सऐप, फेसबुक समेत तमाम सोशल मीडिया लोगों के दिलों-दिमाग में इस कदर घर करने लगी है कि अब पति-पत्नी का अटूट रिश्ता भी टूटने के कगार पर है। एक पत्नी ने अपने पति को छोड़ने के लिए स्टांप पेपर का सहारा लिया है। सिर्फ दस रुपये के स्टांप पर लिखी कुछ बातों ने पति को भी झकझोर कर रख दिया है। रिश्तों में बिखराव की स्थित तो स्पष्ट नहीं है लेकिन बच्चों को पत्नी से अलग रखने का गुस्सा जरूर छलका है। क्षेत्र की एक विवाहिता ने 18 जुलाई को स्थानीय तहसील में जाकर दस रुपये का स्टांप पेपर खरीदा और उसमें अपने पति के नाम अपने हाथों पत्र लिखा। विवाहिता ने स्टांप पेपर पर लिखा कि वह अपने पति से रिश्ता तोड़ रही है। आज के बाद ना तो वह मेरी जिदगी में आएगा और ना ही मैं उसकी जिदगी में आऊंगी और यह कदम वह अपनी मर्जी से उठा रही है। इसमें किसी का कोई दवाब नहीं है और फैसला खुद का है। मैं अपनी जिदगी में कहीं भी काम कर काट सकती हूं। पति को उसने लिखा है कि वह अपने मन से हमेशा पति को तोड़ रही है और एक दूसरे की जिदगी में कभी नहीं आएंगे। किसी को उसके पीछे आने की जरूरत भी नहीं है। बच्चों की परवरिश से खुद करने को कहा है इसका कारण बच्चों को उससे अलग करना है। इधर, परिजन भी इस घटना से काफी शर्मसार हैं और उन्होंने गुमशुदगी पुलिस में दर्ज कराई है। स्टांप पेपर वाहट्सऐप ग्रुप पर सार्वजनिक होने के बाद उन्होंने भी चुप्पी साध ली है। इधर, सीओ महेश चंद्र जोशी ने बताया कि यदि पति-पत्नी कांउसलिग के लिए आते हैं तो महिला काउंसलरों से मदद दी जा सकती है।