धूमधाम से मनाया भैया दूज पर्व
बागेश्वर जिले में भैया दूज का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। धान से बने च्यूड़ों से बच्चों का सिर पूजन किया गया।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले में भैया दूज का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। धान से बने च्यूड़े ईष्टदेव के चढ़ाने के लिए बुजुर्गों ने अपने परिजनों को पूजे। इस मौके पर उनकी लंबी उम्र की कामना की गई और जी रैया, जागि रैया का आर्शीवाद दिया।
दीपावली के तीसरे दिन मनाये जाने वाले त्योहार को आमतौर पर भैया दूज के नाम से जाना जाता है। कुमाऊं अंचल में भैया दूज को दूतिया त्यार (यम द्वितीया पर्व) के रूप मनाने की लोक परंपरा है। सोमवार को भैया दूज पर्व पर देवताओं को च्यूड़े चढ़ाने के बाद परिवार के सबसे बुजुर्ग सदस्य ने अपने परिजनों के सिर में रखे। उन्हें लंबी उम्र का आर्शीवाद दिया। इसके बाद ससुराल में रहने वाली बेटी के लिए भी च्यूड़े, खील आदि भेजे। वहीं मायके आई बेटियों ने भी परिवार के बुजुर्गों का आर्शीवाद लिया। इस दौरान देव मंदिरों में पूजा-अर्चना की गई और ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं ने चांचरी आदि का आयोजन किया। कुल मिलाकर यह त्योहार परंपरागत ढंग से मनाया गया।
कोरोना वायरस संक्रमण के बावजूद भी लोग अपनी रस्में निभाने नहीं भूले हैं। यह पहाड़ के लिए बड़ी बात है और लोगों ने दीपावली पर्व भी पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया। वहीं, गांवों में स्थित देव मंदिरों में पूजा-अर्चना की और ईष्टदेव से कोरोना को हराने का आर्शीवाद भी मांगा। उधर, कपकोट, कांडा, काफलीगैर, शामा, दुग नाकुरी आदि तहसीलों में भी भैया दूज का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। ग्रामीण अंचलों में घरों में नाना प्रकार के व्यंजन भी तैयार किए गए और बच्चों में काफी उत्साह देखा गया।