एक महीने बाद 1000 मजदूरों को मिला रोजगार
बागेश्वर में एक माह बाद फिर से सोपस्टोन माइनों में कार्य शुरू गया है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: एक माह बाद फिर से सोपस्टोन माइनों में कार्य शुरू गया है। इसमें करीब एक हजार मजदूरों को रोजगार मिल गया है। काम के दौरान पट्टाधारकों को लॉक डाउन के सभी नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। अगर कोई इस नियम को तोड़ता है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिले में लॉकडाउन से पहले 45 सोपस्टोन माइनें संचालित की जा रही है। इन माइनों में 2250 मजदूर काम करते थे। कोरोना-कोविड 19 के संक्रमण और लॉकडाउन की घोषणा के बाद यह माइनें बंद हो गई थी। एक महीने बाद जब जिले में कोई भी कोरोना संक्रमित नही मिला तो सरकार ने कुछ जगहों पर छूट देते हुए काम की इजाजत दे दी है। इसी के तहत जिले की 25 सोपस्टोन माइनों में फिर से काम की अनुमति की इजाजत दे दी है। बुधवार से इन खनन माइनों में मजदूरों ने काम करना शुरु कर दिया है। कटियार माइन के प्रबंधक भगवान सिंह ने कहा कि मजदूरों ने काम करना शुरु कर दिया है। लॉक डाउन के दौरान जारी किए गए नियमों का पालन किया जा रहा है। खनन अधिकारी लेखराज ने कहा कि खनन की अनुमति दी गई है। पट्टाधारक परिवहन नही कर पाएंगे। इन माइनों में समय-समय पर निरीक्षण किया जाएगा। ---नियमावली--- - खनन क्षेत्र में कार्य कर रहे सारे मजदूरों के स्वास्थ्य व सुरक्षा की जिम्मेदारी पट्टाधारक की होगी - कार्यक्षेत्र में किसी भी बाहरी श्रमिक व व्यक्तियों को अनुमति नही होगी - शारीरिक दूरी, मास्क, सैनेटाइजर का प्रयोग आदि का पालन करना होगा - किसी मजदूर के कोरोना-कोविड19 के संक्रमण की जिम्मेदारी पट्टाकारण - थर्मल स्क्रीनिग की समुचित व्यवस्था - गुटखा, पान, तंबाकू कार्यक्षेत्रमें र्विजत -- सभी पट्टाधारकों को नियमों का पालन करना होगा। अगर कोई इसका उल्लंघन करता हुआ पाया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। रंजना राजगुरु, जिलाधिकारी, बागेश्वर