रानीखेत में स्टेट हाईवे पर खतरा बने बोल्डर युवकों ने हटाए
रानीखेत क्षेत्र में 96 घटे बाद भी जब तंत्र नहीं जागा तो क्षेत्र के युवाओं ने हाईवे पर जमा बोल्डर हटाए।
संवाद सहयोगी, रानीखेत : 96 घटे बाद भी जब तंत्र नहीं जागा तो क्षेत्र के युवाओं ने अपने बाजुओं के बल से रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे पर पड़े विशालकाय बोल्डरों को हटा दिया। दुर्घटना का खतरा बनते जा रहे बोल्डरों को हटाने के लिए कई बार लोगों ने आवाज उठाई पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। तब क्षेत्र के युवा इसके लिए आगे आए। वहीं, स्टेट हाईवे की उपेक्षा किए जाने से लोग भी हैरान है।
दरअसल बीते दिनों मूसलधार बारिश के बाद स्टेट हाईवे पर कनवाड़ी की पहाड़ी से जगह-जगह जबरदस्त भूस्खलन हुआ। कालिका मोड़ से कुछ आगे विशालकाय बोल्डर स्टेट हाईवे तक पहुंच गए। संयोगवश कोई वाहन चपेट में नहीं आया और बड़ा हादसा टल गया। मौसम साफ होने के बाद भी बोल्डर हाईवे से नहीं हटाए गए तो जोखिम बढ़ गया। रात के वक्त खतरा कई गुना बढ़ रहा था।
गुरुवार को गरमपानी के व्यापारी नेता वीरेंद्र बिष्ट के नेतृत्व में कई युवा स्टेट हाईवे पर पहुंचे। खतरा बन चुके बोल्डरों को मिलजुल कर हटाने का कार्य शुरू किया गया। करीब एक घटे की मशक्कत के बाद बोल्डर हटा दिए गए। युवाओं ने कहा कि कई अधिकारी व नेता रोजाना स्टेट हाईवे पर आवाजाही कर रहे हैं पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इस दौरान महेंद्र सिंह बिष्ट, पंकज मेहरा, दीपक मेहरा, पूरन सिंह जलाल, फिरोज अहमद, गोधन सिंह आदि मौजूद रहे।
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पहाड़ी से मंडरा रहा खतरा
जिस स्थान से बोल्डर हटाए गए, वहां पहाड़ी से लगातार खतरा मंडरा रहा है। पहाड़ी पर दरार तक आ चुकी है। विशालकाय बोल्डर लटकने से कभी भी बड़ा हादसा सामने आ सकता है पर विभागीय अधिकारी सुध नहीं ले रहे। युवाओं ने मामले को लेकर भुजान बैरियर में भी सूचना दी है ताकि जोखिम टाला जा सके। वहीं, इस संबंध में संपर्क करने पर सहायक अभियंता लोक निर्माण कुंदन सिंह बिष्ट ने फोन रिसीव नहीं किया।