उपेक्षा पर कलक्ट्रेट में गरजे बागेश्वर के श्रमिक
बागेश्वर में उत्तराखंड भवन एवं सन्निर्माण मजदूर संघ ने सोमवार को कलक्ट्रेट में प्रदर्शन कर दी चेतावनी।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: उत्तराखंड भवन एवं सन्निर्माण मजदूर संघ ने सोमवार को कलक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया। पंजीकृत सन्निर्माण श्रमिकों का शोषण करने का आरोप लगाया। दो हफ्ते में योजनाओं के तहत मिलने वाले लाभ न देने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है। मजदूर संघ के प्रांतीय अध्यक्ष जीएस बोरा के नेतृत्व में गरुड़, कपकोट, कांडा, काफलीगैर, दुग नाकुरी, शामा आदि तहसीलों से आए श्रमिक कलक्ट्रेट में एकत्र हुए। प्रदर्शन के बाद डीएम के माध्यम से सीएम, श्रम सचिव और श्रमायुक्त को ज्ञापन भेजा। कहा कि भवन एवं सन्निर्माण मजदूरों को भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार मजदूरी और स्वरोजगार नहीं मिल रहा है। ऐसे में परिवार पर आर्थिक संकट आ गया है। केंद्र सरकार ने उनके लिए योजनाएं बनाई हैं लेकिन सरकारी निर्माण और गैर सरकारी कार्य ठेकेदारों द्वारा कराए जा रहे हैं। मस्ट्रोल में कोई भी निर्माण कार्य नहीं हो रहे हैं। जिससे श्रमिकों को मजदूरी नकद नहीं मिल पा रही है। मजदूरों को देय लाभों से भी वंचित रखा जा रहा है। जिले मे 1250 पंजीकृत मजदूर हैं। एनजीओ के माध्यम से कौशल विकास कार्यक्रम के तहत उन्हें 15 दिन का प्रशिक्षण भी दिया गया। 280 रुपये प्रतिदिन श्रमिक वेलफेयर बोर्ड से मिलने थे। लेकिन अभी तक यह धनराशि नहीं मिल सकी है। 2019 से मजदूर छात्रवृत्ति, विवाहोपरांत योजना के लाभ के लिए आवेदन कर रहे हैं। लेकिन अभी तक इसका भी उन्हें लाभ नहीं मिल सका है। उन्होंने कहा कि यदि 15 दिन के भीतर मजदूरों को मिलने वाले लाभ नहीं दिए गए तो वे जिला कार्यालय परिसर में धरना-प्रदर्शन पर बैठ जाएंगे। इस मौके पर इस मौके पर शिवचरण सिंह बिष्ट, विशन दत्त भट्ट, कविता गढि़या, भूपाल सिंह बोरा, भावना रौतेला, हेमा देवी, दीवानी देवी, कमला देवी, हंसी देवी मौजूद थे।