जरूरत भर का पानी नहीं दे पा रहा जलसंस्थान
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : बरसात खत्म हो गई लेकिन जलसंस्थान की तरफ से शहरवासियों को भरप
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : बरसात खत्म हो गई लेकिन जलसंस्थान की तरफ से शहरवासियों को भरपूर मात्रा में पेयजल की आपूíत नहीं हो पा रही। पूरे शहर के 11 वार्डो के लिए जहां प्रतिदिन 18 एमएलडी पेयजल की जरूरत है। वहीं जलसंस्थान अपने तीन पंपों से मात्र 8 एमएलडी पेयजल की आपूर्ति कर पा रहा। इससे कई मोहल्लों में जरूरत के हिसाब से पेयजल नहीं मिल पा रहा। अधिक ऊंचाई वाले मोहल्लों में आपूíत में बाधा आ रही है।
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इंटेकवेल का काम अधूरा
कोसी नदी में बीते साल से बन रहे इंटेकवेल का काम अभी भी अधूरा है। विभाग की मानें तो कम से कम दो से तीन माह का समय अभी पूरी तरह बनकर तैयार होने में लगेगा। वहीं पूरे दिन में जलसंस्थान के तीन पंपों के माध्यम से पेयजल की आपूíत एक बार ही सुबह हो पा रही। इसमें कई ऊंचाई वाले मोहल्लों खासक कैंट एरिया व दूसरे मोहल्लों में प्रेशर कम आने से भरपूर पानी नहीं मिल पा रहा।
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शहर की आबादी लगभग एक लाख 34 हजार है। इसके हिसाब से पांच दशक पुरानी पाइप लाइन से पेयजल की आपूíत बेहतर नहीं हो सकती। जब तक कि इसमें तकनीकी संसाधन पूरे न किए जाएं। अधिशासी अभियंता ने बताया कि अभी हमारे तीन पंपों कसारदेवी, एडम्स व पातालदेवी से पांच हजार लीटर प्रति घंटे पेयजल की आपूíत हो रही है। जो प्रोजेक्ट जल निगम की तरफ से बनाया गया है। उसमें मटेला से नई पाइप लाइन डालने का प्रस्ताव है। इसमें कम से कम पांच साल का समय लगेगा।
केएस खाती, अधिशासी अभियंता, जलसंस्थान
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30 करोड़ का प्रोजेक्ट बनाया गया है। इसके बाद एक और प्रोजेक्ट बनाया जाएगा इसके बाद कंकड़कोठी, अफसर कालोनी, दुगालखोला व खत्याड़ी का कुछ भाग शामिल होगा। यहां पर नई पाइप लाइन पड़ जाने के बाद ही शहरवासियों को दोनों टाइप पेयजल की आपूíत की जा सकेगी।
-केडी भट्ट, अधिशासी अभियंता, जलनिगम