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मैनोली गांव में पांच माह से नहीं टपकी पानी की बूंद

बीते पांच माह से पेयजल किल्लत झेल रहीं मातृशक्ति के सब्र का बांध टूट ही गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Sep 2021 10:40 PM (IST)Updated: Sat, 18 Sep 2021 10:40 PM (IST)
मैनोली गांव में पांच माह से नहीं टपकी पानी की बूंद
मैनोली गांव में पांच माह से नहीं टपकी पानी की बूंद

संस, द्वाराहाट : बीते पांच माह से पेयजल किल्लत झेल रहीं मातृशक्ति के सब्र का बांध टूट ही गया। विभागीय अधिकारियों ने सुध न ली तो करीब चार किमी पैदल यात्रा कर गुस्साई महिलाएं तहसील मुख्यालय जा धमकीं। एसडीएम के समक्ष दुखड़ा रोया। आरोप लगाया कि विभाग जनसमस्या के प्रति कतई गंभीर नहीं है। जलसंकट दूर करने को ठोस पहल का आग्रह कर चेतावनी दी कि यदि जलापूर्ति सुचारु न हुई तो महिलाएं सड़क पर उतरेंगी।

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विकासखंड की बड़ी ग्राम पंचायतों में सुमार मैनोली गाव में बीते पांच माह से जलापूर्ति ठप है। कई बार विभागीय अधिकारियों से गुहार लगाई। मगर आश्वासन ही मिलते रहे। इससे आजिज आकर शनिवार को महिलाएं करीब चार किमी दूर गांव से नारेबाजी करती हुई पैदल तहसील मुख्यालय पहुंचीं और पानी दो का नारा बुलंद किया। उन्होंने एसडीएम शिप्रा जोशी को पूरे गांव की व्यथा सुनाई।

कहा कि खिरोघाटी पंपिंग योजना से मैनोली गांव की लगभग 200 की आबादी को पानी नहीं मिल रहा है। लोग बूंद-बूंद को तरस गए हैं। मीलों दूर स्रोतों से जैसे-तैसे प्यास बुझाने की व्यवस्था की जा रही। आरोप लगाया कि विभागीय अधिकारियों से कई बार शिकायत किए जाने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। इस पर एसडीएम शिप्रा ने पेयजल संकट के शीघ्र निदान व विभागीय अभियंता से लाइन का स्थलीय निरीक्षण कराने का भरोसा दिलाया।

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::::: वर्जन

मैनोली गांव में जलापूर्ति बाधित होने का मामला संज्ञान में आया है। कर्मचारी भेजकर योजना को शीघ्र दुरुस्त कराएंगे। जल्द ही गांव की आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।

- एसएस रौतेला, कनिष्ठ अभियंता जल संस्थान

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::::: पैकेज प्राकृतिक जल की बूंद-बूंद नहीं होने दी जाए बर्बाद

-जिलाधिकारी ने कैच द रैन पेन कार्यक्रम की समीक्षा की

-संबंधित विभागों को दिए दिशा-निर्देश जासं, बागेश्वर : जिलाधिकारी विनीत कुमार ने कहा है कि वर्षा एवं प्राकृतिक जल की प्रत्येक बूंद का बेहतर से बेहतर इस्तेमाल किया जाए। जल संग्रहण एवं नवाचार जैसे पहलूओं को धरातलीय स्तर पर आत्मसात करते हुए जल के प्रत्येक बूंद का सदुपयोग किया जाए। जिलाधिकारी ने कैच द रैन कैंपेन के क्रियान्वयन की समीक्षा की।

जनपद में कैच द रैन कैंपेन के सफल क्रियान्वयन के लिए सिचाई, ग्राम्या, जल संस्थान, जल निगम, मनरेगा, कृषि तथा नेहरू युवा केंद्र इस दिशा में कार्य किया जाना है। कैच द रैन कैंपेन की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि वे जल संरक्षण के संबंध में लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करें। एक मजबूत रणनीति का निर्माण करें। जिसमें आगामी समय में विभिन्न स्थानों पर नुक्कड़ नाटकों, डोर टू डोर सर्वे, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जाएगा। विस्तृत कार्यक्रम का निर्माण कर उसके अनुरूप लक्ष्य निर्धारित करते हुए कैम्पेन को आगे बढ़ाया जाए।

इस अवसर पर अधिशासी अभियंता सिचाई एके जॉन ने जिलाधिकारी को कैच द रेन कैंपेन के अन्तर्गत संबंधित आंकडों को पोर्टल पर अपलोड करने के साथ-साथ इससे संबंधित अन्य कार्यों के बारे में भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत, जिला विकास अधिकारी केएन तिवारी, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, मुख्य शिक्षा अधिकारी पदमेंद्र सकलानी, मुख्य कृषि अधिकारी वीपी मौर्या, जिला उद्यान अधिकारी आरके सिंह, जल संस्थान के अधिशासी अभियंता डीएस देवड़ी, जल निगम के अधिशासी अभियंता वीके रवि, उप परियोजना निदेशक जलागम ललित सिंह रावत आदि मौजूद थे।


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