आतंकवाद से मिलकर निपटेंगे दुनिया के ये दो ताकतवर देश
विश्व के दो बड़े देश भारत और अमेरिका मिलकर आतंकवाद से निपटेंगे। ये बात दोनों देशों के सैन्य अफसरों ने कही है।
रानीखेत, [जेएनएन]: दुनिया के दो बड़े लोकतांत्रिक देश भारत और अमेरिका का 14वां संयुक्त सैन्य युद्ध अभ्यास रानीखेत के पास चौबटिया में शुरू हो गया है। इस दौरान दोनों देशों के सैन्य अफसरों ने कहा कि आज आतंकवाद वैश्विक चुनौती बन चुका है और भारत-अमरिका इससे मिलकर निपटेंगे। अभ्यास में दोनों सेनाओं के 350-350 जांबाज भाग ले रहे हैं।
रविवार को चौबटिया के गरुड़ मैदान में दोनों देशों के जांबाजों ने अपने-अपने राष्ट्रीय ध्वज के साथ फ्लैग मार्चपास्ट किया। गरुड़ डिवीजन के मैत्री द्वार से दोनों देशों के सैन्य कमांडरों ने विश्व शांति के लिए आतंकवाद के खात्मे का संदेश दिया। उन्होंने इस युद्धाभ्यास को अब तक का सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया बताते हुए कहा कि बेहतर युक्ति, तकनीक, रणनीति व रणकौशल का आदान प्रदान कर भविष्य में भारत व अमेरिका आतंकवाद से निपटने को मिलकर काम करेंगे।
मार्चपास्ट की सलामी लेने के बाद मुख्य अतिथि अमेरिकी बटालियन कमांडर विलियम ग्राहम ने कहा, यह संयुक्त युद्धाभ्यास दोनों देशों के सैनिकों के लिए आपस में बहुत कुछ सीखने का मौका है। इससे भारत व अमेरिका के बीच सामरिक रिश्ते और मजबूत होंगे।
आतंकवाद की चुनौती को ध्वस्त करने में भारत एक अच्छा दोस्त साबित होगा। वहीं यह अभ्यास 'काउंटर इंसर्जेंसी व काउंटर टेरेरिज्म' की दिशा में नई तकनीक विकसित करने का अच्छा माध्यम साबित होगा।
मेजबान भारतीय सेना के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल (सेना मेडल) कविंद्र सिंह ने मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत किया। कहा कि दो सप्ताह के युद्धाभ्यास के बाद अमेरिकी व भारतीय फौज नई सोच, नई तकनीक व नई ऊर्जा से सराबोर होगी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 में 40-45 जवानों से शुरू संयुक्त सैन्य युद्ध अभ्यास अब डिवीजन स्तर पर वृहद आकार ले चुका है।
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