Move to Jagran APP

गुलदार की धमक से दहशत में ग्रामीण

अल्मोड़ा के कंडारकुआ पट्टी में गुलदार के आतंक से ग्रामीणों में डर व्याप्त है। उन्होंने ज्ञापन सौंपकर गुलदार के आंतक से निजात दिलाने की मांग की है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 30 Oct 2020 09:53 AM (IST)Updated: Fri, 30 Oct 2020 09:53 AM (IST)
गुलदार की धमक से दहशत में ग्रामीण

संस, अल्मोड़ा : कंडारकुआ पट्टी में गुलदार के आतंक से ग्रामीण भयभीत हैं। लोगों ने बताया कि शाम ढलते ही गुलदार आबादी में डेरा जमा ले रहे। अब तक वह 20 से ज्यादा मवेशियों को शिकार बना चुका है। ग्रामीणों ने आशंका जताई कि मवेशियों के बचाने के फेर में गुलदार हिसक होकर मानव पर झपट रहा है। उन्होंने उसे कैद करने की मांग उठाई है।

loksabha election banner

ताड़ीखेत विकासखंड के सुदूर कंडारकुआ पट्टी के सड़का व आसपास के गांवों में इन दिनों गुलदार आतंक का पर्याय बन गया है। आलम यह है कि महिलाओं का खेतों व जंगल से घास लाना भी दूभर हो चला है। सरपंच राजेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि शाम ढलने से पहले ही गुलदार बसासत के आसपास मंडराने लगा है। इससे महिलाओं खासतौर पर बच्चों के लिए जोखिम बढ़ गया है। उन्होंने वन्यजीव मानव टकराव से बचने के लिए पिंजड़ा लगा उसे कैद कर सुरक्षित जंगल में छोड़ने की मांग की है। वहीं विवेकानंद सेवा समिति काकड़ीघाट के अध्यक्ष हरीश चंद्र सिंह परिहार ने कहा कि इस मामले में जल्द ही शिष्टमंडल डीएफओ महातिम सिंह यादव व वन क्षेत्राधिकारी से मिलकर ठोस कदम उठाने का आग्रह करेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.