पेयजल संकट से जूझ रहे गाव के वाशिदे
अल्मोड़ा के रानीखेत में तपिश बढ़ने के साथ ही अब गावों में पेयजल संकट भी गहराने लगा है।
संवाद सहयोगी, रानीखेत : तपिश बढ़ने के साथ ही अब गावों में पेयजल संकट भी गहराने लगा है। रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे पर स्थित बमस्यू गाव में पानी बड़ी समस्या बन चुकी है। रोजाना ग्रामीण पाच सौ मीटर दूर से सिर पर पानी ढोते हैं।
स्टेट हाईवे पर स्थित बमस्यू गाव में पेयजल संकट लगातार बढ़ते ही जा रहा है। पेयजल संकट से जूझ रहे गाव के वाशिदे रोजाना गाव से पाच सौ मीटर दूरी पर स्थित प्राकृतिक जल स्त्रोत से सिर पानी ढोते है। बुजुर्ग, बच्चे,महिलाए पानी ढोते देखे जा सकते हैं।बावजूद पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने के ठोस उपाय नहीं किए जा रहे हैं। जिससे ग्रामीण परेशान हैं। एक और सरकार ने संक्रमण की रोकथाम को लॉक डाउन के आदेश जारी किए हैं पर मजबूरी में ग्रामीण सुबह से शाम तक पानी ढोना पड़ता है। स्टेट हाईवे पर लगा हैंडपंप भी जवाब देने लगा है। ग्रामीणों ने सरकार व विभाग पर उपेक्षा का आरोप लगाया है। कहा कि कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद कोई सुनवाई नही हो रही। रोजाना पेयजल संकट से जूझना पड़ता है। ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से पेयजल व्यवस्था को ठोस कदम उठाए जाने की माग उठाई है।
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'गाव में विभाग की कोई योजना नहीं है। वहा पर ग्राम समूह की योजना से आपूर्ति होती है। फिर भी निरीक्षण करवाया जाएगा। ग्रामीणों को पानी की कोई दिक्कत ना हो इसके लिए हर संभव मदद की जाएगी।
- मनोज पाडे, अवर अभियंता, जल संस्थान।'