एसिड अटैक के मामलों पर उत्तराखंड महिला आयोग गंभीर
मनीष साह रानीखेत राज्य महिला आयोग अब एसिड अटैक के मामलों को लेकर प्रदेश के आठ जिलों में विशेष कार्यशाला करेगा।
मनीष साह, रानीखेत
राज्य महिला आयोग अब एसिड अटैक के मामलों को लेकर प्रदेश के आठ जिलों में विशेष कार्यशाला करेगा। इसके लिए शासन को प्रस्ताव भी भेज दिया गया है। कार्यशाला में एसिड अटैक के बढ़ रहे मामलों को रोकने, एसिड पीड़ितों की जिंदगी को संवारने तथा समाज को जागरूक किया जाएगा।
राज्य महिला आयोग एसिड अटैक के मामले में गंभीर हो गया है। एसिड अटैक से पीड़ितों की जिंदगी को संवारने के लिए अब राज्य महिला आयोग प्रदेश के आठ जिलों में विशेष कार्यशाला लगाएगा। कार्यशाला में पुलिस के साथ ही कई अन्य विभागों के अधिकारी साथ होंगे। देहरादून, ऊधमसिंह नगर, पौड़ी, हरिद्वार, नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चम्पावत आदि जिलों से शुरुआत करने के बाद शेष जनपदों में भी आयोजन होगा। कार्यशाला का मकसद एसिड अटैक के मामलों को लेकर लोगों को जागरूक करने, एसिड अटैक के मामलों को रोकने तथा पीड़ितों की जिंदगी को आगे बढ़ाने तथा उन्हें घटना से उबरने में मजबूती प्रदान करना है। इसके लिए राज्य महिला आयोग ने सरकार को प्रस्ताव भी भेज दिया है। जल्द जनपदवार कार्यशाला शुरू होंगी। एसिड अटैक पीड़ितों को रोजगार संबंधी जानकारिया भी दी जाएंगी। कार्यशाला का आयोजन जिला मुख्यालय में होगा।
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भुक्तभोगी भी होंगे विशेषज्ञ
कार्यशाला में पुलिस, महिला व बाल विकास विभाग के साथ ही कई अन्य विभागों के विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे। वे पीड़ित, जिन्होंने संघर्ष कर बेहतर मुकाम हासिल किया है, को भी राज्य महिला आयोग विशेषज्ञ के तौर पर कार्यशाला में आमंत्रित करेगा। एसिड अटैक से पीड़ित कार्यशाला में बताएंगे कि कैसे उन्होंने संघर्ष कर मुकाम हासिल किया।
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'आठ जिलों से कार्यशाला की शुरुआत करेंगे। शेष पाच जनपदों में भी कार्यशाला लगाई जाएगी। सरकार को प्रस्ताव भेज दिया गया है। एसिड अटैक के मामले रोकने, पीड़ितों को आगे बढ़ाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है ।
- विजया बड़थ्वाल, अध्यक्ष राज्य महिला आयोग देहरादून'