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उपचार के बाद संक्रमितों को घर न छोड़ने पर माइक्रो कंटेनमेंट वार्ड में हंगामा

चौखुटिया के गांधी नगर वार्ड में कोरोना संक्रमितों को अस्पताल से डिस्चार्ज के बाद घर न छोड़ने पर भड़के लोग।

By JagranEdited By: Published: Thu, 03 Sep 2020 11:43 AM (IST)Updated: Thu, 03 Sep 2020 11:43 AM (IST)
उपचार के बाद संक्रमितों को घर न छोड़ने पर माइक्रो कंटेनमेंट वार्ड में हंगामा
उपचार के बाद संक्रमितों को घर न छोड़ने पर माइक्रो कंटेनमेंट वार्ड में हंगामा

संवाद सहयोगी, भिकियासैंण (चौखुटिया): तहसील के गांधी नगर वार्ड में बीते दिनों कोरोना पॉजिटिव पाए गए पांच लोगों को अल्मोड़ा अस्पताल से घर तक छोड़ने की कोई व्यवस्था न होने पर कंटेनमेंट जोन के लोगों का पारा चढ़ गया। मंगलवार देर रात पांचों लोग जैसे ही अपने-अपने घर पहुंचे, उनकी व्यथा सुन पूरा वार्ड बैरिकेडिंग के पास एकत्र हो गया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।

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बीते दिनों भिकियासैंण तहसील के गांधी नगर वार्ड में पांच लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। उन्हें अल्मोड़ा के बेस अस्पताल में आइसोलेट किया गया था। मंगलवार को डिस्चार्ज कर दिया गया। बताया गया कि इन पांचों के पास घर लौटने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं थे। किसी तरह इन लोगों ने टैक्सी बुक की और देर रात घर पहुंचे। घर तक पहुंचने में हुई परेशानी की खबर जैसे ही वार्ड में फैली, लोग घरों से बाहर निकल आए और बैरिकेडिंग के पास एकत्र होकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।

थानाध्यक्ष अनीश अहमद और चौकी प्रभारी देवेंद्र सामंत पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। हंगामा बढ़ते देख एसडीएम राहुल साह को जानकारी दी गई। देर रात तहसील प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया। एसडीएम ने लोगों को आश्वस्त किया कि शीघ्र ही तहसील में कोरोना संक्रमितों के उपचार की व्यवस्था की जा रही है। करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद लोग अपने-अपने घरों को लौटे और प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।

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भिकियासैंण : कंटेनमेंट वार्ड में महिलाएं, छोटे-छोटे बच्चे, बुजुर्ग सभी अपने घरों से बाहर निकल आए प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी में जुट गए। करीब चार घंटे चले इस हंगामे के दौरान फिजिकल डिस्टेसिंग के नियमों का पालन नहीं हुआ।

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हमारे पास तहसील में सिर्फ एक एंबुलेंस उपलब्ध है। जिससे कोरोना संक्रमित रोगियों को आइसोलेशन सेंटर पहुंचाने के साथ ही सैंपल अस्पताल भेजने का काम भी किया जा रहा है। ऐसे में संक्रमित लोगों को उपचार के बाद अस्पताल से वापस लाने की व्यवस्था करना संभव नहीं हो पाता। इस व्यवस्था के संबंध में जिला स्तर से ही कोई निर्णय लिया जा सकता है।

-राहुल साह, एसडीएम भिकियासैंण

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