पहाड़ में बारिश से तापमान में गिरावट, निकले स्वेटर
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : पहाड़ में रविवार की सुबह से ही दिन भर रूक-रूककर बारिश होती रह
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : पहाड़ में रविवार की सुबह से ही दिन भर रूक-रूककर बारिश होती रही। इससे तापमान में काफी गिरावट आ गई है। फड़ लगाकर अपनी आजीविका चलाने वाले कारोबारियों को काफी फजीहत का सामना करना पड़ा। कृषि वैज्ञानिकों ने आश्विन माह के पहले पखवाड़े में हो रही इस बारिश को काश्तकारों के लिए नुकसानदेह बताया है। रविवार को अल्मोड़ा में 25.4 एमएम बारिश तथा अधिकतम तापमान 17 तथा न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
पहाड़ में मौसम का मिजाज शुक्रवार की अपरान्ह से बदल गया। शुक्रवार व शनिवार को बूंदाबांदी के बाद रविवार को सुबह से बारिश शुरू हो गई। जिसका क्रम दिन भर जारी रहा। इसके चलते संडे बाजार में फड़ लगाकर अपनी आजीविका चलाने वाले कारोबारियों को दिन भर परेशानियों का सामना करना पड़ा। विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के कृषि वैज्ञानिक डॉ. बीएम पांडे ने इस बारिश को इन दिनों पर्वतीय अंचल में धान, मंडुवा, कौंणी, मादिरा, भट व गहत की फसल सिमेट रहे काश्तकारों के लिए नुकसानदेह बताया है। वहीं मौसम के रूख के चलते घास कटाई का कार्य भी प्रभावित हो रहा है। बारिश ने पहाड़ में ठंड में इजाफा कर दिया है। बारिश से पूर्व अल्मोड़ा का अधिकतम तापमान जो 26 डिग्री चल रहा था, पिछले तीन दिनों से मौसम के तेवर से यह अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस पर आ पहुंचा है। लोगों ने ठंड से बचने के लिए सितंबर माह में ही ऊंनी स्वेटर निकाल लिए हैं।
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व्यवस्थाओं की बारिश ने खोली पोल
अल्मोड़ा : रविवार को हुई बारिश ने लोक निर्माण विभाग तथा नगर पालिका के कार्यप्रणाली की पोल खोलकर रख दी। नगर के आंतरिक सड़क मार्गो के किनारे बनी नालियों के चोक होने से नालियों का गंदा पानी सड़कों पर बहता रहा। इसके पैदल चलने वाले राहगीरों का दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इधर पूर्व सैनिक लीग, वरिष्ठ नागरिकों की संस्था डे केयर सेंटर ने नगर में चोक पड़ी नालियों को खोलने की मांग नगर पालिका तथा लोक निर्माण से की है।