Move to Jagran APP

चांदी जैसी दिखने लगी हैंअल्मोड़ा की ऊंची पहाड़ियां

अल्मोड़ा जिले के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में सर्दी के इस मौसम का पहला हिमपात हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Feb 2021 05:55 PM (IST)Updated: Fri, 05 Feb 2021 05:55 PM (IST)
चांदी जैसी दिखने लगी हैंअल्मोड़ा की ऊंची पहाड़ियां
चांदी जैसी दिखने लगी हैंअल्मोड़ा की ऊंची पहाड़ियां

जागरण टीम, अल्मोड़ा/रानीखेत/ जागेश्वरधाम : उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में सर्दी के इस मौसम का पहला हिमपात हुआ है। जिले की सबसे ऊंची भरतकोट की पहाड़ी के साथ ही स्याहीदेवी, जागेश्वरधाम से कुछ दूर शौकियाथल व बिनसर टाप में बीती गुरुवार की देर रात हिमपात से ठंड बढ़ गई है। दूनागिरि क्षेत्र में शुक्रवार को दोपहर बाद दूसरी बार बारिश व बर्फबारी के साथ जमकर ओले गिरे। देर शाम मौसम के फिर करवट बदलने से देर रात तक एक और हिमपात की संभावना है। उधर, जिले के कुछ और ऊंचे इलाकों में बर्फ गिरी, मगर ज्यादा देर नहीं टिक नहीं सकी।

loksabha election banner

देर से ही सही पर विशेषज्ञों ने हल्के हिमपात को सब्जी व अन्य फसलों के लिए फायदेमंद बताया है। बीती गुरुवार रात्रि करीब दस बजे से वर्षा शुरू हुई। डेढ़ दो घटे बाद तापमान में भारी गिरावट के बाद मध्यरात्रि जनपद के उच्च क्षेत्रों भरतकोट, स्याहीदेवी, पनुवानौला के शौकियाथल, बिनसर टाप आदि इलाकों में ठीकठाक बर्फ गिरी। उधर, पाडवखोली, दूनागिरि, शीतलाखेत आदि कुछ और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फ गिरी, लेकिन ज्यादा देर तक टिक नहीं सकी। बिनसर टाप, स्याहीदेवी व शौकियाथल में हिमपात का नजारा देखने के लिए सुबह ही सैलानियों की चहल पहल बढ़ गई। वहीं शुक्रवार को दोपहर बाद मौसम ने फिर करवट ले ली। गरज के साथ हल्की बारिश शुरू हो गई। उधर, द्वाराहाट के दूनागिरि क्षेत्र में मौसम का दूसरा हिमपात हुआ। वहां ओले भी गिरे। इससे द्वाराहाट दूनागिरि रोड ओलों व बर्फ से ढक सी गई। पर्वतीय क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 12.8 व न्यूनतम चार डिग्री सेल्सियस रहा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.