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भारतीय टीम के फाइनल में पहुंचने पर खुशी

थामस कप में अल्मोड़ा के युवा शटलर लक्ष्य सेन के बेहतरी प्रदर्शन के साथ भारतीय टीम फाइनल में पहुंच गई है। लक्ष्य के उमदा प्रदर्शन से खेल प्रेमियों में खुशी की लहर है। रविवार को प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला होगा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 May 2022 07:03 PM (IST)Updated: Sat, 14 May 2022 07:03 PM (IST)
भारतीय टीम के फाइनल में पहुंचने पर खुशी
भारतीय टीम के फाइनल में पहुंचने पर खुशी

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : थामस कप में अल्मोड़ा के युवा शटलर लक्ष्य सेन के बेहतरी प्रदर्शन के साथ भारतीय टीम फाइनल में पहुंच गई है। लक्ष्य के उमदा प्रदर्शन से खेल प्रेमियों में खुशी की लहर है। रविवार को प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला होगा। खेल प्रेमियों समेत स्थानीय लोगों ने लक्ष्य को फाइनल में शानदार प्रदर्शन करने के लिए शुभकामनाएं दी हैं।

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थाइलैंड में आठ से 14 मई तक थामस कप प्रतियोगिता चल रही है। इसमें लक्ष्य भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। जबकि उनके पिता डीके सेन कोच हैं। टीम ने शानदार प्रदर्शन कर फाइनल में जगह पक्की कर ली है। अब रविवार को टीम फाइनल मुकाबला खेलेगी। टीम ने कम से कम रजत पदक तो पक्का कर लिया है। इधर सांसद अजय टम्टा, विधायक मनोज तिवारी, पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, डीएम वंदना सिंह, बीएस मनकोटी आदि ने खुशी जताई है।

लक्ष्य का प्रोफाइल

16 अगस्त 2001 को अल्मोड़ा में जन्मे लक्ष्य मूलरूप से जिले के सोमेश्वर के ग्राम रस्यारा निवासी हैं। 80 वर्षों से अधिक समय से वह अल्मोड़ा के तिलकपुर मोहल्ले में रहते हैं। उनके दादा जी सीएल सेन जिला परिसर में नौकरी करते थे। दादा ने सर्विसेस में राष्ट्रीय स्तर की बैडमिटन प्रतियोगिताओं में कई खिताब जीते। लक्ष्य को छह वर्ष की उम्र में मैदान पर उतारने में दादा जी का बड़ा योगदान रहा। 10 वर्ष की उम्र में लक्ष्य ने पहला अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता था। लक्ष्य के भाई चिराग सेन भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के बैडमिटन खिलाड़ी हैं। माता निर्मला सेन पूर्व में निजी स्कूल में शिक्षिका थी। बाद में उन्होंने बच्चों की देखभाल के लिए नौकरी छोड़ दी। इसके बाद वह बंगलुरु में शिफ्ट हो गई। जहां लक्ष्य और चिराग दोनों विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। लक्ष्य की अब तक की उपलब्धियां

लक्ष्य ने लिनिग सिगापुर यूथ इंटरनेशनल सीरीज में स्वर्ण, इजरायल जूनियर इंटरनेशनल के डबल और सिगल में स्वर्ण, इंडिया इंटरनेशनल सीरीज के सीनियर वर्ग में स्वर्ण, योनेक्स जर्मन जूनियर इंटरनेशनल में रजत, डच जूनियर में कांस्य, यूरेशिया बुल्गारियन ओपन में स्वर्ण, ऐशिया जूनियर चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक, यूथ ओलंपिक में रजत, व‌र्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक समेत कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को पदक दिलाया है।


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