महासंघ अध्यक्ष को डपटने के विरोध में विद्यार्थियों ने फूंका रानीखेत विधायक करन माहरा का पुतला
छात्र महासंघ अध्यक्ष धनंजय बेलवाल को उपनेता प्रतिपक्ष व रानीखेत विधायक करन माहरा को डपटने के मामले के विरोध में एसएसजे परिसर के छात्रों ने उनका पुतला फूंक विरोध जताया।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : छात्र महासंघ अध्यक्ष धनंजय बेलवाल को उपनेता प्रतिपक्ष व रानीखेत विधायक करन सिंह माहरा के डपटने के मामले में उबाल आ गया है। एसएसजे परिसर में छात्रों ने माहरा के खिलाफ प्रदर्शन कर पुतला फूंका। आरोप लगाया कि महाविद्यालय की समस्याओं को जल्द पूरा करने का आश्वासन देने के बजाय छात्र नेता को फटकारना निंदनीय है।
दरअसल, बीते दिनों उपनेता प्रतिपक्ष माहरा रानीखेत महाविद्यालय में बतौर मुख्य अतिथि एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे। मुख्य गेट बंद होने के कारण वह पैदल ही परिसर में पहुंचे। तभी वहां मौजूद छात्र महासंघ अध्यक्ष धनंजय बेलवाल ने समस्याएं गिनाते हुए कहा कि विधायक बनने के बाद इन कार्यो को पूरा कराने के लिए घोषणाएं की गई थीं। विधायक माहरा ने जवाबी सवाल किया कि केवल घोषणाएं ही की या कुछ और भी किया। तभी उन्होंने छात्र महासंघ नेता को डपटना शुरू कर दिया। साथ ही पढ़ने वाले छात्र की तरह व्यवहार करने की नसीहत भी दे दी। इस मामले का वीडियो वायरल भी हो गया।
इससे नाराज छात्रों ने एसएसजे परिसर में प्रदर्शन कर रानीखेत विधायक का पुतला फूंका। आरोप लगाया कि महाविद्यालय की समस्याओं को नजरअंदाज कर छात्र नेता से बदसलूकी की गई। इस मौके पर छात्र संघ उपाध्यक्ष अरविंद सिंह बोहरा, महासचिव नवीन कनवाल, उपसचिव दीपक तिवारी, कोषाध्यक्ष राहुल अधिकारी, पूर्व महासचिव अक्षय टम्टा, मनोज कुमार, नितिन रावत, यश देवली, विशाल कनवाल आदि मौजूद रहे। =================
रानीखेत छात्र संघ माहरा के समर्थन में उतरा
एसएसजे परिसर अल्मोड़ा में जहां उपनेता माहरा के खिलाफ प्रदर्शन हुआ। दूसरी ओर रानीखेत छात्र संघ माहरा के समर्थन में उतर आया है। अध्यक्ष मनीष भैसौड़ा ने कहा कि विधायक बनने के बाद विधायक माहरा महाविद्यालय के विकास व समस्याओं के निदान को निधि से 22 लाख रुपये दे चुके है। खेल मैदान की सुविधा को 10 लाख तथा पेयजल टैंक के निर्माण को दो लाख दिए गए हैं। ================
'छात्र महासंघ अध्यक्ष का ही रवैया ठीक नहीं था। द्वेषभावना से दुर्व्यवहार कर उकसाने की कोशिश की गई। मुझे कार्यक्रम का मुख्य अतिथि बनाया गया था, लेकिन छात्र महासंघ के नेता ने गेट बंद कर दिया। फिर बेअदबी से बात करनी शुरू कर दी। हम भी छात्र रहे। छात्र राजनीति हमने भी की। अपने से बड़ों का सम्मान तो करना ही चाहिए। पूछने का तरीका गलत था इसलिए डांटा।
- करन सिंह माहरा, उपनेता प्रतिपक्ष'